विद्यार्थियों ने जाना जल का मूल्य, जल है तो कल है का बताया महत्व

सरदारशहर। राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना ( RUIDP ) के अधिशासी अभियंता महेशचंद गुप्ता एवं सहायक अभियंता दिनेश कुमार के निर्देशानुसार शनिवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय न. 04 मैं विद्यार्थी जागरूकता कार्यक्रम के तहत गतिविधि आयोजित की गयी। इसमें आरयुआईडीपी परियोजना के तहत किये जाने वाले पेयजलापूर्ति एवं सीवरेज कार्य जल की बचत मैं छात्र छात्राओं की भूमिका एवं परियोजना कार्यो मैं सहयोग आदि विषयों पर चर्चा की गयी। सामुदायिक जागरूकता इकाई के रामगोपाल शर्मा ने परियोजना के तहत चल रहे सीवरेज और पानी प्रोजेक्ट के बारे मैं विस्तार से बताया तथा कहा की आप इसमें सहयोग करे और अपने परिवार वालों से भी सहयोग के बारे मैं कहे। कार्यक्रम मैं पानी के सरंक्षण पर बच्चों की भूमिका पर बोलते हुए सहायक सामुदायिक विकास अधिकारी विकास शर्मा ने बताया की जल ही जीवन है जल के बिना जीवन की कल्पना मुश्किल है। जीवन के सभी कार्यो का निष्पादन करने के लिए जल की आवश्यकता होती है। जल संसाधन पानी के वह स्त्रोत है जो मानव जाती के लिए उपयोग है। फर्श को पाइप से धोने की बजाय पोछे से साफ करे, सेविंग करते वक्त नल को खुला ना छोड़े, मग में पानी लेकर सेव करे। इस प्रकार की छोटी छोटी आदतों से बहुत सारा पीने वाला पानी बचाया जा सकता है जो आज की बचत और कल का भविष्य है और इसमें बच्चे अपना अहम रोल निभा सकते है। इसलिए अब समय आ गया है जब बच्चो को आगे आकर पानी को बचाने के उपाय करने होंगे और बताया की आपके घर के टॉयलेट, रसोई व बाथरूम को सीवरेज लाइन से आने वाले समय में जोड़ा जायेगा एवं सीवरेज कार्य से होने वाले फायदों के बारे मे अवगत कराते हुए बताया की हमारा सरदारशहर साफ सुथरा एवं साफ बनेगा। जिससे पर्यावरण सही रहेगा तथा मच्छर मक्खियां भी कम होंगे और गंदगी से फैलने वाली बिमारीयों से छुटकारा मिलेगा। विद्यालय के प्रधानाचार्या श्रीमती सरोज पारीक ने जल सरक्षण के उपायों पर प्रकाश डाला और अपने उदबोधन में बोलते हुये कहा कि स्कूल में इस प्रकार के जल सरक्षण पर जागरूकता प्रोग्राम समय समय पर कराने चाहिए। जिससे कि जल सरक्षण के प्रति बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित की जा सके। पवन सिंह ने भी कार्यक्रम में शिरकत कर बच्चों का मनोबल बढ़ाया व पानी की बचत के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर विष्णुदत्त जाड़ीवाल , मुन्नीलाल रेगर, भवानी शंकर सैनी, अख्तर हुसैन खिलजी, राजूराम गर्ग, भंवरलाल प्रजापत, बजरंग लाल शर्मा, डिम्पल सोनी, कान्ता स्वामी, संतोष सैनी, भगवती शर्मा, नीता लाटा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम संयोजक सम्पत राम जांगिड़ ने सभी का आभार व्यक्त किया।