देशभर में बारिश का कहर: अयोध्या में घर डूबे, वाराणसी के घाट जलमग्न; प्रयागराज में 4 बच्चों की मौत, एमपी-उत्तराखंड-नागपुर में हालात बिगड़े

देश के कई राज्यों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में बारिश ने तबाही मचाई है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या, वाराणसी और प्रयागराज समेत कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। वहीं, एमपी की नर्मदा नदी उफान पर है और नागपुर में रेस्क्यू ऑपरेशन नाव से चलाना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश:
राज्य के अयोध्या में बारिश से घरों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से दशाश्वमेध घाट और अस्सी घाट तक पानी पहुंच गया है। इसके चलते गंगा आरती का स्थान भी बदलना पड़ा है। प्रयागराज में बारिश के कारण चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई, जिससे इलाके में शोक की लहर है।
मध्य प्रदेश
यहां नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मंडला, डिंडौरी, श्योपुर, शहडोल और उमरिया जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। छतरपुर के बान सुजारा डैम के 12 गेट और दमोह के सतधरू-साजली बांध के 3-3 गेट खोल दिए गए हैं। जबलपुर के बरगी डैम के भी 17 गेट खोलने पड़े। ग्रामीण इलाकों में जलभराव और सड़कें बंद होने से संपर्क बाधित हुआ है।
महाराष्ट्र:
नागपुर में लगातार तेज बारिश के कारण न्यू नरसाला इलाके में घर और गाड़ियां पानी में डूब गई हैं। नागपुर नगर निगम ने राफ्ट की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
उत्तराखंड:
यहां मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को चमोली जिले के नंदप्रयाग घाट के पास मुख गांव में बादल फटने की घटना सामने आई। SDRF की टीम मौके पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन चला रही है। अब तक किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इलाके में भारी नुकसान की आशंका है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक पांच जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
प्रशासन ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है और राहत टीमें लगातार निगरानी में जुटी हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।