"नमस्कार फ्रॉम स्पेस!" : अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने मिशन के दौरान साझा किए अनुभव, बोले- 'एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं, अंतरिक्ष में चलना-खाना भी नया अनुभव'

"नमस्कार फ्रॉम स्पेस!" : अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने मिशन के दौरान साझा किए अनुभव, बोले- 'एक बच्चे की तरह सीख रहा हूं, अंतरिक्ष में चलना-खाना भी नया अनुभव'

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने बुधवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की ओर बढ़ते हुए अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, "नमस्कार फ्रॉम स्पेस! मैं इस यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हूं।" एक्सियम मिशन 4 के तहत रवाना हुए शुभांशु और उनके तीन अन्य साथी 26 जून की शाम 4:30 बजे स्पेस स्टेशन पर पहुंचेंगे।

मिशन से पहले यान से लाइव बातचीत के दौरान शुभांशु ने बताया कि शुरुआत में जब उन्हें वैक्यूम में लॉन्च किया गया, तब उनका स्वास्थ्य थोड़ा असहज था और वे काफी थकान महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा, "अब मैं खुद को एक बच्चे की तरह महसूस कर रहा हूं, जो नए माहौल में चलना और खाना सीख रहा है। यह हर पल एक नई सीख है।"

इस बातचीत के दौरान शुभांशु ने भारतीय संस्कृति का भी जिक्र किया। उन्होंने एक सॉफ्ट टॉय 'स्वान' (हंस) को दिखाते हुए कहा, "भारतीय संस्कृति में हंस को बुद्धिमत्ता का प्रतीक माना जाता है।"

बता दें कि यह मिशन पहले छह बार तकनीकी कारणों से टल चुका था। आखिरकार 25 जून को सभी चार एस्ट्रोनॉट्स सफलतापूर्वक अंतरिक्ष की ओर रवाना हुए।