156 बार रक्तदान कर बना चुके हैं रिकॉर्ड, युवाओं को प्रेरित कर रहे बी एल मील
देहदान, अंगदान और रक्तदान में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं मील, कोरोना और डेंगू काल में बचाईं हजारों जानें
सीकर के केशर नगर, कोलीड़ा निवासी बी एल मील ने समाज सेवा की मिसाल कायम करते हुए अब तक 156 बार रक्तदान कर चुके हैं। "ब्लड मशीन" के नाम से प्रसिद्ध मील पिछले एक साल में 25 बार रक्तदान कर चुके हैं, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड है। रक्तदान, अंगदान और देहदान के लिए युवाओं को प्रेरित करने वाले मील ने 1995 में एक सड़क दुर्घटना में रक्त की कमी से हुई मौत से आहत होकर इस मुहिम की शुरुआत की थी।
मील अब तक 650 से अधिक रक्तदान शिविरों के जरिए 1.30 लाख यूनिट रक्त डोनेट करवा चुके हैं और जरूरत के समय 50 हजार यूनिट रक्त उपलब्ध करवाकर हजारों लोगों की जान बचा चुके हैं। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया के मार्गदर्शन में कार्य कर रहे हैं और सुधीर महरिया स्मृति संस्थान के निदेशक हैं।
परिजनों की स्मृति में रक्तदान शिविर की परंपरा भी मील की ही देन है, जो उन्होंने 20 वर्ष पूर्व शुरू की थी। आज शेखावाटी क्षेत्र में 80% से अधिक शिविर परिजनों की स्मृति में ही आयोजित होते हैं। वहीं, 2024 में उन्होंने अपनी बेटी के जन्मदिन पर "बर्थडे ब्लड डोनेशन ड्राइव" की शुरुआत की, जिसके तहत अब तक 20 शिविर आयोजित हो चुके हैं।
सोशल मीडिया का उपयोग कर प्रेरित किए हजारों युवा
मील ने 2010 से सोशल मीडिया पर "राजस्थान ब्लड डोनर्स" ग्रुप बनाकर 3000 से अधिक नियमित रक्तदाताओं को जोड़ा है, जिनमें से 250 से अधिक लोग 20 बार से ज्यादा रक्तदान कर चुके हैं।
कोविड काल में प्लाज्मा और राहत किट वितरण
कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने 336 यूनिट प्लाज्मा डोनेट करवाया और खुद भी 10 बार प्लाज्मा दान किया। साथ ही 118 दिन सामुदायिक भवन में रहकर 22,500 राहत किट वितरित कीं।
डेंगू के दौरान 5000 प्लेटलेट यूनिट डोनेट
डेंगू महामारी के समय बी एल मील ने 3 माह में युवाओं को प्रेरित कर 5000 प्लेटलेट यूनिट डोनेट करवाई।
132 लोगों का सामूहिक देहदान कर बनाया विश्व रिकॉर्ड
17 अगस्त 2023 को मात्र 1 घंटे में 132 लोगों को देहदान और अंगदान की घोषणा करवाकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी कायम किया।
परिवार भी कंधे से कंधा मिलाकर साथ
उनके परिवार के सभी सदस्य – पत्नी सावित्री देवी, बेटियाँ डिंपल और दीपिका, भाई और भतीजे – भी नियमित रक्तदान करते हैं।
बी एल मील की सामाजिक सेवाएं आज कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं।