हिंद महासागर में चीन के बढ़ते कदम, भारत ने भी बिछाया रणनीतिक जाल वर्चस्व की जंग में दोनों देशों की टक्कर तेज, संसद समिति ने जताई चिंता

हिंद महासागर में चीन के बढ़ते कदम, भारत ने भी बिछाया रणनीतिक जाल वर्चस्व की जंग में दोनों देशों की टक्कर तेज, संसद समिति ने जताई चिंता

नई दिल्ली। भारत के रणनीतिक आंगन माने जाने वाले हिंद महासागर में चीन ने अपनी मौजूदगी मजबूत कर ली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन कम से कम 9 जगहों पर बंदरगाह, नौसेना बेस, एयरस्ट्रिप और जहाजों के ठिकाने विकसित कर चुका है। इनमें पाकिस्तान का ग्वादर, श्रीलंका का हम्बनटोटा, म्यांमार, मॉरीशस, जिबूती, मालदीव और इंडोनेशिया जैसे अहम ठिकाने शामिल हैं।

इस विषय पर संसद की विदेश मामलों की स्थायी समिति ने भी गहरी चिंता जताई है। समिति का मानना है कि यह भारत की समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक संतुलन के लिए गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। हालांकि भारत ने भी काउंटर रणनीति के तहत मालदीव, सेशेल्स, म्यांमार, इंडोनेशिया और मॉरीशस जैसे देशों के साथ रक्षा साझेदारी को तेज किया है। साथ ही अंडमान-निकोबार में बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है।

हिंद महासागर में अब केवल व्यापारिक मार्गों का सवाल नहीं, बल्कि रणनीतिक वर्चस्व की जंग छिड़ चुकी है। आने वाले समय में यह टकराव और तीव्र हो सकता है।