4 अगस्त को विराटनगर ब्लॉक के समस्त नर्सेज,सुबह 8 से 10 बजे तक करेंगे कार्य का बहिष्कार

विराटनगर ।राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति के सह- सयोंजक नर्सिंग ऑफिसर तेजपाल गुर्जर ने बताया कि प्रदेशव्यापी आव्हान पर 18 जुलाई से जिले स्तर पर नर्सेज धरने पर है। लेकिन सरकार उनकी मांगो पर कोई विचार नहीं कर रही है इससे राज्य की नर्सेज गुस्से में है 4 अगस्त को विराटनगर ब्लॉक के समस्त सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर पर नर्सेज अपनी वाजिब मांगो को लेकर कार्य बहिष्कार करके विरोध प्रदर्शन करेंगे।जिला संयोजक तुलसीराम जांगिड़ ने ब्लॉक के आंतेला, भाबरू, निझर, गोविंदपुरा धाभाई, बिलवाडी, बलेसर, तेवड़ी, मैड सीएचसी,पीएचसी दौरा कर संस्था प्रभारी को पत्र लिखकर 4 अगस्त को कार्य बहिष्कार की सूचना दी गई।
सीनियर नर्सिंग अधिकारी,छाजू लाल सैनी ,दानवीर धानका ,महेंद्र सैनी, कृष्णा ,प्रदीप, राम किशोर, अशोक अर्चना शर्मा, सोनिया, रेमा टी आर, ममता,मौसम गुर्जर मौजूद रही।
ये है प्रमुख मांगे:
वेतन विसंगतिया दूर कर,केंद्र के समान वेतन व भत्ते लागू करे,एएनएम एलएचवी, नर्सिंग ट्यूटर के पदनाम परिवर्तन करे,ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत नर्सेज को 20 प्रतिशत ग्रामीण भत्ता दिया जाए,वर्तमान ए सी पी 9,18,27 की बजाय चिकित्सकों की भाती 6,12,18,24 किया जाए, साथ ही संविदा काल को नियमित सेवा काल में जोड़ा जाए,नर्सिंग कैडर का पुनर्गठन किया जाकर , प्रथक नर्सिंग निदेशालय का निर्माण किया जावे,नर्सेज की कई वर्षो से लंबित मांग
दवा लिखने का अधिकार दिया जावे,संविदा नर्सेज का नियमितीकरण कर, प्लेसमेंट एजेंसी को बंद किया जावे,प्रोबेशन काल को चिकित्सकों की भाती 1 वर्ष किया जाकर,उक्त काल में पूर्ण वेतन दिया जावे,नर्सेज का ड्रेस कोड बदला जाए, उच्च शिक्षा हेतु, नर्सेज को चिकित्सकों की भाती, प्रशिक्षण समय में पूर्ण वेतन दिया जावे,नर्सेज के मैश भत्ता ,धुलाई भत्ता, और हार्ड ड्यूटी एलाउंस में केंद्र के सम्मान वृद्धि की जावे।कर्मचारियों ने बताया कि बहिष्कार के दौरान केवल इमरजेंसी सेवाएँ सुचारु रूप से संचालित रहेंगीं।