प्रदेश में हड़ताल पर पटवारी, अब कृषि पर्यवेक्षक व ग्राम विकास अधिकारियों से फसल की क्रॉप कटिंग कराने की तैयारी
सरदारशहर। जुलाई-अगस्त माह में बारिश का ब्रेक लगने से समय से पहले खेतों में मूंग, बाजरा, कपास, मूंगफली, मोठ आदि फसल की कटाई चल रही है। पकने से पहले फसलें जलने से उत्पादन में आधा से भी बहुत कम हो गया है। ऐसा पिछले कई वर्षो में पहले बार देखने को मिला है। इसी बीच जिले सहित प्रदेशभर में पटवारी अतिरिक्त पटवार मंडल के कार्य बहिष्कार पर हैं। पटवारियों का यह कार्य बहिष्कार किसानों के लिए बड़ी परेशानी को देखते हुए सचिवालय के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिख कर बताया कि पटवारियों की पेन डाउन हड़ताल के कारण प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत राजस्व मंडल फसल कटाई प्रयोग के प्रभावित कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि को भी निर्देशित करें। उल्लेखनीय है कि किसानों के सामने संकट पैदा हो गया है कि होने की संभावना है। फसल कटाई प्रयोगों के आधार पर ही किसानों को बीमा क्लेम का भुगतान किया जाता है। फसल कटाई प्रयोग का कार्य पटवारी, भू अभिलेख निरीक्षक व अधिकारियों द्वारा किया जाता है। ऐसे में फसल कटाई प्रयोग का समय पर निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख शासन सचिव कृषि विभाग को निर्देश प्रदान करें कि फसल कटाई प्रयोग पटवारी सहायक (ग्राम प्रतिहारी) व ग्राम विकास अधिकारियों के सहयोग से उक्त कार्य करवाएं। साथ ही सभी जिला कलेक्टरों को यह निर्देश प्रदान करने की बात कही है। साथ ही बताया कि उक्त कार्य समुचित समन्वय करने के लिए जिला स्तर पर नियुक्त सांख्यिकी विभाग के अधिकारियों व पटवारियों के हड़ताल पर जाने से कई कार्य प्रभावित हुए है। जिससे आमजन प्रभावित हुए।
समय पर कटाई प्रयोग नहीं हुआ तो किसानों के लगेगा कई अरबों का झटका, बीमा कंपनी यही चाहती है
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जुड़ी हुई कंपनी यही चाहती है कि किसानों की इस बार फसलों की क्रॉप कटिंग नहीं हो ताकि हम इस क्षेत्र से करोड़ों अरबों रुपए लेकर जा सके। अगर इस समय क्षेत्र के किसानों की फसलों का क्रॉप कटिंग नहीं किया गया तो किसानों को बहुत बड़ा झटका लगेगा।
फसल कटाई प्रयोग पर है 500 रुपए मानदेय
उल्लेखनीय है कि प्रत्येक फसल कटाई प्रयोग के लिए संबंधित कार्मिकों को 500 रुपए का मानदेय देय हैं। इसलिए कलेक्टर, ग्राम प्रतिहारी व ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देश कर यह कार्य समय पर करवा सकता है। प्रदेश में पटवारियों की हड़ताल होने के चलते पटवार मंडल के गांवों में फसलों की क्रॉप कटिंग-गिरदावरी दोनों अटकी हुई पड़ी है। किसानों के सामने संकट पैदा हो गया है। कि उन्हे नुकसान व कम उत्पादन का क्लेम मिलेगा या नहीं।
गिरदावरी एप भी अटका, किसानों को हो रही परेशानी
खरीफ सीजन में मूंग, मूंगफली, कपास, बाजरा सहित अन्य फसलों के खराबे को लेकर गिरदावरी पर भी नया संकट पैदा हो गया। राजस्व गिरदावरी लंबे समय नहीं चल पा रहा है। पटवारी, काश्तकार गिरदावरी नकल प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं। इसके लिए किसान व राजस्व विभाग के कर्मचारी सहित चूरू कलेक्टर भी भू प्रबंध आयुक्त को पत्र लिख चुके हैं। ऐसे में बड़ा सवाल है कि फसल खराबे की समय पर न गिरदावरी हो रही है न फसल कटाई प्रयोग हो पा रहा है।
प्रदेश स्तर पर संघ ने जताई आपति
ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिला उपाध्यक्ष लूणाराम सैनी ने बताया कि संघ के द्वारा इस आदेश की आपति की है। पूरे प्रदेश स्तर पर इसका निर्णय लेकर ज्ञापन सौपा जायेगा। अगर फिर कोई समाधान नहीं निकला तो पूरे प्रदेश स्तर पर कार्य का बहिष्कार किया जायेगा।