राहगीरों को पिलाया ईक्षुरस, अस्पताल में मिलेगी शीतल तल

सुजानगढ़ (नि.सं.)। स्थानीय श्री दिगम्बर जैन समाज के कंवरीलाल के काला के सौजन्य से राहगीरों को (इच्छुरस) गन्ने का रस पिलाया गया। सुजलांचाल विकास मंच समिति के सचिव विनीत बगड़ा ने बताया कि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान् आदिनाथ (ऋषभदेव) ने जब अयोध्या का राज पाट अपने दोनों पुत्रों भरत और बाहुबली को सौंप कर तपस्या करने हिमालय के वनों में चले जाते हैं और फिर कई सालों कि कठिन तपस्या के बाद जब वापस हस्तिनापुर नगर मे प्रवेश करते हैं, तो हस्तिनापुर के राजा श्रैयांस ने आज के ही दिन यानी इक्षुरस यानि गन्ने के रस से आहार पान करवाया था, तब से ले कर आज तक यह दिन आखा तीज के नाम से जाना जाता हैं। जैन समुदाय में इस दिन का बड़ा महत्व है। समिति उपाध्यक्ष महावीर पाटनी ने समिति द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों से अवगत करवाते हुए भावी योजनाओं की जानकारी दी। समिति की अध्यक्ष श्रीमती उषा देवी बगड़ा ने कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की किल्लत रहती है, उसके चलते राजकीय बगड़िया हॉस्पिटल में रोगियों के लिए शीतल जल की व्यवस्था आज से प्रवासी निवासी भामाशाओ के सहयोग से शुरू की गई। जिसका शुभारंभ नगर परिषद की सभापति नीलोफर गोरी, श्री दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष सुनील जैन सडूवाला, उपाध्यक्ष लालचंद बगड़ा, मंत्री पारसमल बगड़ा, प्रबंध कार्यकारणी सदस्य संतोष जी गंगवाल, मंजू देवी बाकलीवाल ने किया। इस अवसर पर काफी संख्या में नगर के गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन महक पाटनी ने किया।