42 साल बाद मिली खातेदारी तो छलके खुशी के आंसू

चूरू। सरदारशहर के आसपालसर बडा में शनिवार को हुआ शिविर वहां के बस्तीराम और उनके परिवार के लिए वरदान साबित हुआ, जिसे 42 साल बाद अपने खातेदारी अधिकारी मिले।
प्रकरण के मुताबिक, यह मामला पारिवारिक विवाद के कारण गत 42 सालों से न्यायालयों में चलता रहा। भूमि पर कोर्ट का स्टे होने के कारण पंजीकृत दस्तावेज के बावजूद इंतकाल दर्ज नहीं हो रहा था। अब न्यायालय का निर्णय हो जाने एवं स्टे हट जाने पर प्रार्थी ने इंतकाल दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया जिस पर इंतकाल दर्ज कर आज कैंप में इंतकाल स्वीकृत कर संबंधित परिवार के मुखिया बस्तीराम को इंतकाल की प्रति सौंपी गई तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। कैंप में उपस्थित सभी ग्रामीणों ने तालियां बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। बस्तीराम ने बताया कि मेरी पुश्तैनी जमीन होने के बावजूद मैं पारिवारिक कलह का शिकार हो गया था और इतने लंबे समय तक मैंने बहुत पीड़ा सहन की। आज प्रशासन ने मुझे मेरी खातेदारी देकर राहत पहुंचाई है। इसके लिए मैं शासन-प्रशासन का शुक्रगुजार हूं। बस्तीराम ने बताया मुझे इन कैंपों से ही उम्मीद थी कि शायद कैंप आने पर मेरा संकट कट जाएगा जो आज सच साबित हुआ।