जलभराव पर कलक्टर ने रखा पक्ष, बताया तत्काल एवं स्थाई समाधान

खैरथल। हरियाणा प्रशासन की ओर से रोके गए प्राकृतिक बहाव पर गुरुवार को खैरथल - तिजारा कलक्टर डॉ ओमप्रकाश बैरवा ने अपना पक्ष रखा। जलभराव रोकने के लिए किए जा रहे अस्थाई इंतजाम एवं दीर्धकालीन योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 18 अगस्त से एन एच पर तीन से चार फीट ऊंचा रैंप निर्माण एवं नाली को बंद कर देने से जलभराव हुआ है। आवासीय क्षेत्र, बाजार से जल निकासी के लिए बीड़ा, नगरपरिषद, रीको,आरपीसीबी अधिकारियों को निर्देशित किया गया।मड पम्प से पानी निकाला गया।
विधायक संदीप यादव एवं अन्य अधिकारियों से चर्चा करने के बाद जलभराव से तात्कालिक एवं स्थाई समाधान के लिए कई बिन्दुओं पर कार्य किया जा रहा है। रीको क्षेत्र की सभी इकाइयों को सीईटीपी पाइपलाइन से जोड़ा जाएगा। 177 इकाई को जोड़ा जा चुका है। 31 अगस्त तक सभी को कनेक्शन दिए जाएंगे। 15 सितंबर तक शोधित पानी इकाईयों को उपयोग के लिए दिया जाएगा। बीड़ा के चार एम एल डी क्षमता के एसटीपी को पूरी क्षमता से चलाया जाएगा, जिससे कि सीवरेज के गंदे पानी का निस्तारण हो सके।
अमृत प्रथम चरण में चार एसटीपी 9.5 एम एल डी क्षमता के है, जिन्हें एजेंसी चला रही है। एजेंसी को आंशिक भुगतान कर एसटीपी का संचालन करना शुरू किया है। पहले चरण में शेष रहे घरेलू सीवर कनेक्शन कराए जाएंगे। बीड़ा द्वारा बजट घोषणा के अंतर्गत 20 एम एल डी के एसटीपी की डी पी आर तैयार कर सात दिन में अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को भेजी जाएगी।
अमृत चरण दो में 34 एम एल डी क्षमता का एसटीपी, 56 किमी सीवर लाइन, 44 हजार कनेक्शन का टैंडर चार सितंबर को खोले जाने हैं। इसके कार्यादेश तुरंत जारी कराए जाएंगे। औद्योगिक क्षेत्र के दूषित जल सीटीपी से शोधित होकर इकाई वापस लेगी।31 अगस्त के बाद खुले नाले में निकासी करने पर इकाई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।