सुजानगढ़ (नि.सं.)। ऑपरेशन के नाम पर रूपये लेने के विषय सम्बंधी शिकायत उपखंड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपकर की गई है। गजानंद प्रजापत निवासी चांद बास ने उपखंड अधिकारी को दिये गये प्रार्थना पत्र में बताया है कि मेरी आयु 65 वर्ष है और आंखे कमजोर हैं। मैंने सरकारी अस्पताल के डॉक्टर अनिल कुमावत को चैक करवाया, तो उन्होंने कहा कि ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। ज्ञापन में बताया गया है कि 4 जुलाई को मुझे सरकारी अस्पताल में आंखो के ऑपरेशन के लिए भर्ती कर लिया गया और 5 जुलाई को मेरा ऑपरेशन होना था। मगर सुबह मुझे एक निजी मेडिकल वाले के पास भेजा गया, जिस पर प्राईवेट मेडिकल वाले ने मुझे कुछ दवा दी और आंखो के बाल काटकर 5 सौ रूपये मांगे। जिस पर गजानंद प्रजापत ने पैसे देने से मना कर दिया। गजानंद प्रजापत ने बताया कि बाद में चिकित्सक के आने पर उन्हांेने कहा कि ये दवा हॉस्पीटल में नहीं थी, इसलिए बाहर भेजना पड़ा। अब पीड़ित गजानंद प्रजापत ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि जब राजस्थान सरकार ईलाज फ्री दे रही है, तो मेरी आंखो का ऑपरेशन राजकीय बगड़िया अस्पताल में निःशुल्क करवाया जावे। आपको बता दें इन दिनों सुजानगढ़ में चिकित्सा व्यवस्था को लेकर आमजन परेशान होता नजर आ ही जाता है। इस बारे में जनहित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एडवोकेट रामकुमार मेघवाल ने कहा है सरकारी अस्पताल में जिस प्रकार से अनियमितताएं सामने आ रही हैं, ये चिंता का विषय है। जब राजस्थान सरकार निःशुल्क दवा, उपचार और जांच की व्यवस्था कर रही है, तो इन योजनाओं को फैल करने का कुप्रयास करने वाले लोगों पर कार्यवाही कर जनता को राहत प्रदान करनी चाहिए।
इनका कहना है:-
मुझे इस व्यक्ति का ऑपरेशन करना था और तैयारियां पूरी हो रखी थी, लेकिन ऐन वक्त पर मरीज ने सहमति पत्र भरने से मना कर दिया, जिसके कारण ऑपरेशन नहीं हो पाया। मेरे क्लीनिक पर भेजकर आंखो के बाल मैंने ही कटवाये थे, क्योंकि अंदर स्टाफ कम रहता है। मुझ पर लगाये गये आरोप झूठे हैं, मैं ऑपरेशन करने के लिए तैयार था। डॉ. अनिल कुमावत, नैत्र रोग विशेषज्ञ, राजकीय बगड़िया अस्पताल, सुजानगढ़
फोटो न. 7 का कैप्शन: सुजानगढ़-एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपते गजानंद प्रजापत।