जो समाज बोलता है वही लोकतंत्र की वाणी बन जाया करती है- राठौड़ चूरू में पहली बार आयोजित हुआ संत कबीरदास जयन्ती समारोह बड़ी संख्या में उपस्थित हुए समाज के प्रतिनिधि

चूरू। संत कबीर शिक्षा समिति धानका समाज की ओर से रविवार को आयोजित शिरोमणी संत कबीरदास जयन्ती समारोह में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सति, संत ओर सूरमाओं की भूमि है भारत जहां संत कबीर ने सामाजिक समरसता के साथ मानवता का संदेश दिया।
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने संत कबीर के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा करते हुए कहा वर्तमान में धानका सामाज एक पुरुषार्थी समाज है जो अपने पुरुषार्थ से अपने रास्ते स्वयं बनाता है। उन्होंने धानका सामाज के अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने पर कहा कि इसके आभाव में इस समाज की युवा संतति को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और युवाओं को बेरोजगारी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए समाज जागरूकता से आगे बढ़ रहा है। इसलिए कहा जाता है कि जो समाज बोलता है वही लोकतंत्र की वाणी बन जाया करती है। उन्होंने समाज के लिए जमीन और भूमि की मांग पर कहा कि धानका सामाज के प्रतिनिधि आज से ही भूमि देखें, समाज का जहां एक सौ रुपए लगेंगे वहां उनके एक हजार रुपए लगेंगे। उन्होंने कहा कि संत कबीर ने मानवता का संदेश दिया तो बाबा साहेब अम्बेडकर संविधान दिया। जिसमें उन्होंने समानता और हर व्यक्ति को मौलिकता का अधिकार दिया।
राठौड़ ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनियां के शक्तिशाली देशों का नेतृत्व कर रहे हैं और वे कहते हैं विश्व एक परिवार है। हमारी वसुदेव कुटुम्बकम्ब की संस्कृति रही है। उन्होंने संत कबीर जयन्ती समारोह के निरंतर आयोजन पर जोर दिया और कहा कि इससे सामाजिक समरसता का विकास होगा।
जो समाज के विकास की बात करें उसका देना चाहिए साथ
मध्यमप्रदेश सरकार में केबिनेट मंत्री बास एवं बास शिल्पकला बोर्ड के अध्यक्ष घनश्याम पिरोनियां ने कहा कि हमें संत कबीर के जीवन चरित्र का अनुसरण और उनके विचारों से आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे कुसंगति, विसंगति और पाखण्ड के खिलाफ थे तो उन्होंने निर्भीकता से अपनी बात रखी। उन्होंने हिन्दू धर्म का विरोध नहीं बल्कि विसंगतियों का प्रतिकार किया। इसलिए हमारी संस्कृति में हम किसी धर्म की जय, अर्धम का नाश हो और विश्व का कल्याण हो का जयघोष करते हैं। सामाजिक समरसता का भाव हम सबका जीवन दर्शन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे राजनीति पर चर्चा नहीं करते लेकिन जो पार्टी समाज के विकास की बात करती है जो समाज की उन्नती के लिए खड़ी होती है हमें उनका साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा वर्तमान में मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति के विकास के प्रति प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम जिस समाज में और जहां पैदा हुए हैं उस पर हमें गर्व करना चाहिए। क्योंकि जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से महान है।
सामारोह में मध्यप्रदेश अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष ए.एल मधुराज ने कहा कि शिक्षित समाज ही विकास कर सकता है इसलिए समाज की युवा संतति को शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। समारोह में भजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री व समाज के संरक्षक सीताराम लुगरिया ने आयोजकीय पृष्ठभूमि को रेखांकित करते हुए धानका समाज के अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र, समाज के छात्रावास, भूमि व भवन सहित विभिन्न मुद्दों निष्पादन की प्रतिनिधियों से अपेक्षा की। समारोह की अध्यक्षता कर रहे धानका समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र लुगरिया, पूर्व जिला प्रमुख हरलाल सहारण, कर्मचारी नेता नोरंग वर्मा, राजस्थान धाणका समाज जनजाति संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामनारयण धानका, महेन्द्र बावलिया, माणकचंद धानका पीलीबंगा, बृजेंद्र किराड़, रोहिताश धाणका, विनोद बागड़ी, सुमेर धानका, डाॅ.मुंशीराम धाणका, अनिल मावर, गुरुबचन धाणका, पवन बागड़ी व रोहित इन्दौरा सहित अनेक वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए।
इनका किया सम्मान
समाज रत्न सम्मान से सम्मानित हुए प्रतिनिधि
सामारोह में अनुसूचित जाति समाज के प्रतिनिधियों का समाज रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। जिसमें हरिराम चोपड़ा, भींवराज घोटड़, इन्द्राज इंदिलिया, प्रकाश नायक, रिछपाल कानखेड़िया, पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी चम्पालाल जीनगर, इन्द्र खटीक, विनोद गिवारिया, देवराज कूचिया, पपु मस्ताना, महेन्द्र लुगरिया, पपु कांगड़ा व पवन चावरियां, हरिनाथ सपेरा, ललित चैहान, बीरबल भोपा, मांगीलाल कामड़, सुरेन्द्र गर्ग व रामुकुमार ढैया को अतिथियों ने सम्मानित किया। इस क्रम में सामाजिक सेवा में कार्य करने वाले पवन होटला, धर्मनागर, आकाश कुमार, अनिल मावर, रामरतन, सुरेन्द्र लुटाणा, कलाकार प्रमोद खेमाणा, विनोद खटीक संरपंच, पवन कुमार, प्रियंका सोनिया, मुकेश खुण्डियां व महेन्द्र बावलिया का सम्मान किया गया।
इससे पूर्व समारोह के सूत्रधार सीताराम लुगरिया, सरपंच मोहरसिंह, गिरधारीलाल लुगरिया, सुरेश धाणका, पूर्व पार्षद कलावति लुगरिया, खजानीदेवी, सुतित्रादेवी, महेश लुगरिया, विनोद खटक, सांवरमल, निरंजन प्रजापत, नितिन हटवाल, प्रकाश नाक, बलबीर सिरसला, सलीम गौरी आदि ने अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया। मचस्थ प्रधान दीपचंद राहड़, मोहनलाल आर्य, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बसंत शर्मा, प्रताप खरोड़, ताराचंद लुगरिया, संत वीरनाथ, पन्नालाल, पूर्ण होटला सहित विशिष्ट अतिथियों का संत कबीर शिक्षा समिति धानका समाज की ओर से स्वागत किया गया। संचालन मुकुल भाटी व उमरावसिंह, रामकुमार खाण्डा व जगमालंिसह ने किया।
प्रमोद ने दी शानदार प्रस्तुति
समारोह में बीकानेर के कलाकार प्रमोद खेमाणा ने राजस्थानी गीत पर शानदार प्रस्तुति दी तो चूरू के लोक गायक मांगीलाल कामड़ के नेतृत्व में गायक कलाकारों ने संत कबीर की वाणियों को संगीतमय गया तो दर्शकों ने तालियों के साथ कलाकारों को उत्साहित किया।