प्रशासन के साथ वार्ता रही विफल, इधर हाईवे पर जारी रहे धरने..

जिला बनाओ आन्दोलन के 6ठे दिन खुले रहे बाजार
सुजानगढ़ (नि.सं.)। सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर चल रहा आन्दोलन लगातार 6ठे दिन भी जारी है। आन्दोलन के तहत बोबासर पुलिया एवं छापर तिराहे पर धरना दिया जा रहा है तथा जाम लगा हुआ है। वहीं आन्दोलन के समर्थन में विगत पांच दिनों से बंद बाजार गुरूवार को खुले हैं तो आन्दोलन के समर्थन में लोगों ने तिरंगा यात्रा निकाल कर सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को बुलन्द किया है। वहीं जयपुर में भी मुख्यमंत्री आवास पर ज्ञापन सौंपने के साथ ही राजस्थान यूनिवर्सिटी पर प्रदर्शन कर सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को बुलन्द आवाज प्रदान की गई। दूसरी ओर एडीएम के सानिध्य में प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने वार्ता की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
छठे दिन खुले बाजार-
सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर चल रहे आन्दोलन के समर्थन में विगत पांच दिनों से बंद शहर के बाजार गुरूवार को खुले। दुकानें खुलने से बाजारों में चहल-पहल शुरू होने के साथ ही रौनक लौटी। लोगों ने दुकानों पर पंहुच कर अपनी जरूरत के सामान की खरीददारी की। ज्ञात रहे कि नवरात्रा, रमजान एवं वित्तीय वर्ष के अंतिम कार्य दिवसों को देखते हुए बाजार खोलने का निर्णय लिया गया है। किराणा मर्चेन्ट एसोशियसन के अध्यक्ष पवन माहेश्वरी ने कहा कि सभी व्यापारी जिला बनाने को लेकर चल रहे आन्दोलन के साथ हैं।
निकाली तिरंगा यात्रा -
सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर किए जा रहे आन्दोलन के समर्थन में वार्ड नं. 56, 57 व 58 के लोगों ने रेलवे माल गोदाम के पीछे से छापर तिराहे तक तिरंगा यात्रा निकाली। तिरंगा यात्रा के दौरान सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग के समर्थन में जम कर नारेबाजी की गई। भाजयुमो अध्यक्ष अमित मौसूण व पार्षद गौरव इंदौरिया के नेतृत्व निकली तिरंगा यात्रा में प्रधान मनभरी देवी मेघवाल, भाजपा नेता बी.एल. भाटी, वैद्य भंवरलाल शर्मा, कमल दाधीच, पार्षद मनोज पारीक, पार्षद दीनदयाल पारीक, महेश जोशी, विश्वदीपक काछवाल, चन्द्रप्रकाश शर्मा, अजनबी खान, गोपाल जोशी, मनफूल गुर्जर, राजेश सैन, रमन स्वामी, अमजद खान, दिनेश गुजराती, निलेश गुजराती, मुकेश भाट, सरला शर्मा सहित अनेक वार्डवासी उपस्थित थे।
रैलियों के रूप में पंहूच कर आन्दोलन को मजबूती प्रदान कर रही है जनता
वार्ड नं. 46 के लोगों ने रैली निकाल कर जिला बनाने की मांग को लेकर चल रहे आन्दोलन को अपना समर्थन दिया है। रैली दो नं. चैम्बर से रवाना होकर भौजलाई चौराहा होते हुए बोबासर पुलिया स्थित आन्दोलन स्थल पंहुची। रैली के दौरान लोगों ने जम कर नारेबाजी करते हुए सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग को मजबूती प्रदान की। पार्षद शारदा मंडावरिया, गणेश मंडावरिया, भवानीसिंह, वेदप्रकाश नाथ, संजय, कालू, भागीरथ प्रजापत, धारूराम, भंवरसिंह, मंजू चौधरी, नेमीचंद फौजी, मदनसिंह, पप्पू पेंटर, विकास बागड़ी, रेवन्त पंवार, दाखादेवी, जीवनीदेवी नायक, धन्नीदेवी, मीरादेवी, बंशीलाल, सम्पतमल, भैराराम बावरी, कालूराम खटीक, बेदाराम जाट, नथमल, बीरबल, खेमचंद फलवाडिया सहित अनेक लोग शामिल थे। इधर शाम को टेªक्टर चालक ट्रेक्टर रैली लेकर धरनास्थलों पर पहुंचे और जिले की मांग को समर्थन दिया।
वार्ता में नहीं बनी कोई सहमति -
, सुजानगढ़ में जिले के आंदोलन के चलते बंद पड़े दो हाईवे खुलवाने के प्रयास के तहत वार्ता का आयोजन एसडीएम कोर्ट में किया गया। बैठक में एडीएम भागीरथ चौधरी ने कहा कि दी-58 और मेगा हाईवे का जाम खोला जावे। संघर्ष समिति के कॉमरेड रामनारायण, बनवारीलाल बिजारणिया आदि ने कहा कि जब तक जिला नहीं बना जाता, तब तक सड़क जाम नहीं खोला जाएगा। इस दौरान एएसपी देवानंद, डीएसपी रामप्रताप विश्नोई, नरेंद्र शर्मा, ओम प्रकाश गोदारा आदि मौजूद रहे। जबकि संघर्ष समिति की ओर से आनंद मांडिया, पार्षद सिराज खान कायमखानी आदि भी मौजूद रहे।
शाम को गांधी चौक में हुई मीटिंग -
दूसरी ओर बाजार बंद के निर्णय को आगे बढ़ाने के लिए मीटिंग का आयोजन शाम को गांधी चौक सभा मंच पर किया गया। जिस पर संघर्ष समिति के महावीर पोसवाल, आनंद मांडिया, कॉमरेड रामनारायण रूलाणिया, सिराज खान कायमखानी, एडवोकेट बनवारीलाल बिजारणिया आदि ने कहा कि बाजार के व्यापारी ही जिले के आन्दोलन को सफल बनाने में मील का पत्थर साबित होंगे। इसलिए हमें दो तीन दिन का सहयोग और दीजिये और बाजार बंद कीजिये। जिस पर उपस्थित व्यापारियों ने तो बाजार बंद के लिए हाथ खड़े कर हां भरी। लेकिन जब व्यापारिक मंडलों के अध्यक्षों को मंच से पुकारा गया, तो कोई न हीं आया। जिससे साफ जाहिर हुआ कि बाजार बंद को लेकर एकराय तैयार नहीं हो पाई। दूसरी ओर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि बाजार बंद करवाना हमारी मजबूरी है।