सीएसआर मद से शिक्षा, चिकित्सा, जल संरक्षण एवं सामुदायिक विकास कार्य कराने हेतु प्रस्ताव तैयार करें - जिला कलक्टर

अलवर। जिला कलक्टर पुखराज सेन ने कहा कि अलवर जिले की औद्योगिक जिले के रूप में पहचान है और इससे यहां कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) से जल संरक्षण, शिक्षा, चिकित्सा एवं सामुदायिक सुविधाओं में इजाफे की बडी संभावनाएं हैं अतः आपसी समन्वय से इसे मूर्त रूप दिया जाएगा।
जिला कलक्टर सेन की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय सभागार में जिला स्तरीय सीएसआर समिति की बैठक आयोजित हुई। उन्होंने जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र के महाप्रबंधक से सीएसआर के दायरे में आने वाली जिले की औद्योगिक इकाइयों की समीक्षा कर निर्देश दिये कि अन्य क्षेत्रों की ऐसी संस्थाएं जो सीएसआर के दायरे में आती है उन्हें भी आगामी बैठक में आमंत्रित किया जावे। उन्होंने निर्देश दिये कि सीएसआर के दायरे में आने वाले औद्योगिक समूहों से चालू वित्तीय वर्ष में सीएसआर के वित्तीय प्रावधान उनके द्वारा किये गए खर्चे एवं शेष राशि की सूची लेवे। उन्होंने निर्देश दिये कि औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहित कर एक-एक ब्लॉक के शिक्षा, चिकित्सा, जल संरक्षण व अन्य कार्य सीएसआर से करावे। उन्होंने निर्देश दिये कि सीएसआर मद से जिले में संचालित कार्यों की सूची उपलब्ध करावे, साथ ही इन कार्यों का भौतिक सत्यापन की सूची भी भिजवाए। उन्होंने सीडीईओ को निर्देश दिये कि सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम बनाने पर व्यय होने वाली अनुमानित राशि का तकमीना बनाकर भेजे ताकि सीएसआर से सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम तैयार कराए जा सके। उन्होंने डीएफओ को निर्देश दिये कि सीएसआर से सड़क के किनारे पौधारोपण आदि कार्य कराए जावे जिसके लिए तकनीकी सहयोग उपलब्ध करावे ।
उन्होंने निर्देश दिये कि जिले के औद्योगिक क्षेत्रों को ग्रीन औद्योगिक क्षेत्रों के रूप में विकसित करे इसके लिए रीको की गाईड लाइन के अनुरूप कम्पनी अपने परिसर एवं बाहर पौधारोपण करावे जिसकी मॉनिटरिंग रीको के द्वारा की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सीएसआर मद से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावासों, मेवात आवासीय बालिका छात्रावासों एवं अन्य सरकारी छात्रावासों में सीएसआर मद से फर्नीचर एवं अन्य आवश्यक सामग्री, गौशाला व नन्दी शालाओं, आंगनबाडी, सरकारी चिकित्सालयों एवं जल संरक्षण के कार्यों के साथ सामुदायिक कार्यों को कराने के प्रस्ताव तैयार करे। उन्होंने कम्पनियों के प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि सीएसआर मद के माध्यम से प्रशासन द्वारा जो कार्य कराने के प्रस्ताव भेजे जाए उन कार्यों को अपनी कम्पनी मैनेजमेंट से समयबद्ध रूप से स्वीकृत कराकर जिले के नागरिकों को सुविधा उपलब्ध कराने में अपनी भूमिका निभाये। उन्होंने जीएम डीआईसी को निर्देशित किया कि सीएसआर मद के द्वारा कराए जा रहे कार्यों एवं कराए जाने वाले कार्यों के संबंध में संबंधित औद्योगिक इकाइयों से समन्वय कर उन्हें धरातल पर मूर्त रूप दिलावे ।
बैठक में एडीएम द्वितीय इन्द्रजीत सिंह, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र के महाप्रबंधक एम.आर मीना एवं उप निदेशक गणेश शर्मा, सीडीईओ नेकीराम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रविकान्त सहित संबंधित अधिकारी एवं औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि मौजूद थे।