20 से 24 फरवरी तक मंत्रालयिक कर्मचारी रहेंगे आधे दिन के कार्य बहिष्कार पर, लोगों को झेलनी होगी समस्याएं, प्रदेश में आंदोलन तेज करने की दी चेतावनी

सरदारशहर। राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 20 से 24 फरवरी तक अपनी मांगों के लिए पूरे प्रदेश में मध्याह्न बाद कार्य बहिष्कार पर रहकर गांधी वादी नीति से विरोध कर रहे है। पंचायतीराज के जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह सारण ने बताया कि बजट पारित होने से पहले सभी कर्मचारियों के साथ सरकार के उच्च अधिकारियों की बैठक हुई थी। उसमें कर्मचारियों का ख्याल रखने का दावा किया था। लेकिन बजट के दौरान कर्मचारियों का ख्याल नहीं रखने के कारण पूरे प्रदेश में आज कर्मचारी एकजुट होकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहें है। संघ के किशन सिंह राठौड़ व तहसील अध्यक्ष केआर गोदारा ने कहा कि जो राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कर्मचारी धरातल पर काम करते हैं। उसी के बदौलत ही सरकार वाही वाही लूटती है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते हुए सरकार ने कर्मचारियों की मांगों के प्रति ध्यान नहीं दिया तो पूरे प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसका खामियाजा आने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भुगतना होगा। कर्मचारी आधे दिन के बहिष्कार के कारण लोगों के मनरेगा के कार्य प्रभावित हुए हैं। जिसके कारण लेबर का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है तथा अन्य कार्य भी प्रभावित होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस मौके पर ब्लॉक अध्यक्ष केआर गोदारा, पवन कुमार जोशी, रामेश्वर राईका, किशन सिंह राठौड़, पूनम सिंह, सुरेंद्र मीणा, चंद्र प्रकाश पारीक, शंकरलाल, पवन भोजक, किशन दानोदिया, भैराराम, बबिता, कालूराम, रमेश, घनश्याम, जय किशन, भंवर लाल, रणजीता राम आदि ने कार्य का बहिष्कार किया।