डॉक्टर्स कलक्ट्रेट पहुंचे, किया विरोध प्रदर्शन - कलक्टर ने हॉस्पिटल की चाबी नहीं ली तो नाराज हुए डॉक्टर

अलवर। शहर के निजी हॉस्पिटल्स के डॉक्टर्स शुक्रवार को कलक्ट्रेट पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया। राइट टू हेल्थ बिल को लेकर प्रदेश के डॉक्टर्सो का अब भी विरोध जारी है। शुक्रवार को अलवर के निजी हॉस्पिटल और नर्सिंग स्टाफ ने भी अलवर बंद करने की चेतावनी दे डाली।
दरअसल इस बिल के विरोध में अलवर के निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर्स हॉस्पिटल्स की चाबी देने कलक्ट्रेट आए थे। उनकी मांग थी कि कलक्टर नीचे आए। इस पर कलक्टर ने एडीएम को भेज दिया। इसी बात को लेकर डॉक्टर्स नाराज हो गए। कलक्ट्रेट से वे दोबारा जिला सरकारी हॉस्पिटल आए और यहां आने के बाद रोड जाम करने व अलवर बंद करने की चेतवानी दी। इसके बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के हॉल में मीटिंग आयोजित की गई। मीटिंग में 27 मार्च को बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की बात रखी गई।
डॉक्टर तैयब ने कहा कि हम सभ्य हैं इसलिए प्रशासन उनकी सुन नहीं रहा है। हमारे पास कलम का दम है लेकिन हम कलम नहीं चलाएंगे। अब हम किसी का इलाज नहीं करेंगे, चाहे कलक्टर आए या कोई ओर...। अब हम हमारी ताकत को दिखाएंगे। हम मरीज नहीं देखेंगे। डॉ. विजयपाल यादव ने बताया कि डॉक्टरों को दबाने के लिए पुलिस लगा दी। डॉक्टरों को रोकने का प्रयास किया गया। यहां भी लाठी चलाने की तैयारी में थे लेकिन हम वापस आ गए। कलक्टर चाबी लेने नहीं आए तो हमने चाबियां नहीं दी और वापस लौट आए।
डॉ. एससी मित्तल ने कहा कि हम कलक्टर को चाबी देने आए थे लेकिन कलक्टर उनसे मिलने नहीं आए। इस कारण सब वापस लौट गए। अब आईएमए हॉल में मीटिंग कर आगे की रणनीति बनाएंगे। उन्होंने बताया कि उन्हें अब अलवर बंद भी करना पड़ा तो किया जाएगा। हम सैकड़ों की संख्या में कलक्टर से मिलने आए थे। आरोप लगाया कि पुलिस के लोगों ने भी दुव्र्यवहार किया है। हमें जाने नहीं दिया गया। डॉ. मुकेश गुप्ता ने भी अपने विचार रखे।