जिला कलक्टर  सोनी ने पटवारियों के भ्रष्टाचार पर लिया संज्ञान, जांच समिति का गठन

जिला कलक्टर  सोनी ने पटवारियों के भ्रष्टाचार पर लिया संज्ञान, जांच समिति का गठन

जयपुर, 12 अक्टूबर। पटवारियों द्वारा पैसे लेकर काम करने की शिकायत के संबंध में प्रकाशित समाचार (शीर्षक- 'भ्रष्टाचार की मुहर - भ्रष्टाचार शिष्टाचार बना') पर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने तत्काल संज्ञान लिया है। भ्रष्टाचार के इस प्रकरण की गहन जांच के लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर (चतुर्थ) की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया गया है। समिति को निर्देश दिया गया है कि वह मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट जिला कलक्टर के समक्ष प्रस्तुत करे।

इस प्रकरण में जिला- जयपुर, जयपुर ग्रामीण और दूदू के पटवारियों की भूमिका की जांच के लिए तहसीलदार से तथ्यात्मक जांच रिपोर्ट और संबंधित पत्रावली तलब की गई है। साथ ही, इन पटवारियों को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि मामले की पूरी जांच पारदर्शिता से की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने स्पष्ट किया है कि यदि जांच में आरोप सिद्ध होते हैं तो दोषी पटवारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनहितार्थ कार्यों में किसी भी प्रकार की विधि विरुद्ध या अवांछित गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला प्रशासन का यह कड़ा रुख यह सुनिश्चित करने के लिए है कि जनता के हितों की सुरक्षा की जाए और किसी भी सरकारी कार्य में भ्रष्टाचार को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।

इस जांच के साथ ही, जिला प्रशासन ने आम जनता को भी आश्वासन दिया है कि उनके हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। यह कदम प्रशासन की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाता है।

जिला प्रशासन ने यह भी कहा है कि भ्रष्टाचार जैसी गंभीर समस्याओं से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि संबंधित विभागों और अधिकारियों पर निगरानी रखी जाए और किसी भी प्रकार की अनियमितता को समय रहते ठीक किया जाए।

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि जयपुर जिला प्रशासन जनहित से जुड़े किसी भी मामले में लापरवाही या भ्रष्टाचार को सहन नहीं करेगा।