DPS द्वारका में फीस विवाद: मेल बाउंसर ने बच्ची का हाथ पकड़ा, 32 बच्चों को स्कूल से निकाला; हाईकोर्ट ने कहा- अमानवीय बर्ताव

DPS द्वारका में फीस विवाद: मेल बाउंसर ने बच्ची का हाथ पकड़ा, 32 बच्चों को स्कूल से निकाला; हाईकोर्ट ने कहा- अमानवीय बर्ताव
DPS द्वारका में फीस विवाद: मेल बाउंसर ने बच्ची का हाथ पकड़ा, 32 बच्चों को स्कूल से निकाला; हाईकोर्ट ने कहा- अमानवीय बर्ताव

दिल्ली के प्रतिष्ठित दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) द्वारका में फीस बढ़ोतरी को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। आरोप है कि स्कूल ने डायरेक्टोरेट ऑफ एजुकेशन (DoE) की मंजूरी के बिना फीस ₹1.39 लाख से बढ़ाकर ₹1.90 लाख कर दी। जब पेरेंट्स ने इसका विरोध किया, तो स्कूल ने करीब 32 बच्चों को बाहर कर दिया और गेट पर मेल बाउंसर तैनात कर दिए।

पिंकी पांडे नामक पेरेंट ने बताया कि उनकी बेटी को स्कूल गेट पर मेल बाउंसर ने हाथ पकड़कर रोका, जबकि एक टीचर लिस्ट से बच्चों के नाम पहचान रही थी। यह बर्ताव सिर्फ उनके साथ नहीं, कई और पेरेंट्स के बच्चों के साथ भी हुआ।

घटना के विरोध में 100 से अधिक पेरेंट्स दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने स्कूल के रवैये को अमानवीय बताया और टिप्पणी की कि स्कूल ‘पैसे कमाने की मशीन’ बन गया है। कोर्ट ने बच्चों के साथ हुए इस बर्ताव को 'यातना' करार दिया और स्कूल प्रशासन से जवाब मांगा है।