‘इंडिया वाल्व्स-2025’ इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस जयपुर में

देश-विदेश से जुटेंगे हार्ट एक्सपर्ट्स, हार्ट वॉल्व बीमारियों के इलाज की नई तकनीक पर फोकस
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर पहली बार हृदय रोग विज्ञान की एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस की मेजबानी करने जा रही है। ‘इंडिया वाल्व्स-2025’ नामक इस तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन 11 सितंबर से होगा। इसमें दुनिया भर से ख्यातनाम हार्ट एक्सपर्ट्स जुटेंगे और हार्ट वॉल्व संबंधी बीमारियों के इलाज की नवीनतम तकनीकों तथा शोधों पर चर्चा करेंगे।
कोर्स डायरेक्टर डॉ. रविन्द्र सिंह राव ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में अमेरिका, कनाडा, जापान, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप से 30 से अधिक इंटरनेशनल स्पीकर्स शामिल होंगे। प्रमुख फैकल्टी में अमेरिका से डॉ. समीर कपाड़िया, डॉ. राज मक्कर और डॉ. विनायक, कनाडा से डॉ. जॉन वेब, जापान से डॉ. केंटारो हयाशीदा और यूके से डॉ. बर्नार्ड प्रेंडरगास्ट जैसे दिग्गज शामिल हैं।
डॉ. राव ने बताया कि इस बार सम्मेलन का मुख्य फोकस *ट्रांसकैथेटर वाल्व थेरेपी* पर रहेगा। यह तकनीक हार्ट वॉल्व संबंधी रोगों का न्यूनतम इनवेसिव और अधिक सुरक्षित इलाज है। इसके अलावा टेक्नोलॉजी अपडेट्स, लाइव केस डेमोन्सट्रेशन, बायकस्पिड एओर्टिक वाल्व, एडवांस्ड इमेजिंग, हाइब्रिड प्रोसीजर्स और मिनिमल इनवेसिव वाल्व रिपेयर जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी।
कॉनफ्रेंस में डॉक्टरों के लिए विशेष सत्र भी आयोजित होंगे जिनमें कोरोनरी और टीएवीआर वर्कशॉप, 3मेंसियो इमेजिंग एनालिसिस तथा इलेक्ट्रो वायर सर्जरी शामिल हैं। डॉ. राव के अनुसार, इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारत के मरीजों को विश्वस्तरीय नवीनतम उपचार पद्धतियों तक पहुंच दिलाना और युवा चिकित्सकों को नई दिशा देना है।