र्वाचल विकास समिति द्वारा छठ पूजा का आयोजन

र्वाचल विकास समिति द्वारा छठ पूजा का आयोजन

अलवर। पूर्वाचल विकास सेवा समिति द्वारा छठ पूजा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है समिति के अध्यक्ष लक्षमेश कुमार सिंह ने बताया कि छठ पूजा का मुख्य समारोह सागर पर होगा। इसके अलावा दीवाकरी, मुल्तान नगर, बख्तल की चौकी के पास, बख्तल की चौकी स्थित पंडित का बास, देसूला, अपनाघर शालीमार, शिवाजी पार्क व कालाकुओं में छठ पूजा पर्व मनाया जाएगा चार दिनों चलने वाले इस पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होगी जो कि आज है पहले दिन नहाय खाय होता है इस दिन व्रती महिलाएं प्रातःकाल उठकर स्रान आदि कर साफ या नए वस्त्र धारण करती हैं। इसके बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करने के बाद सात्विक भोजन करती हैं। नहाय खाय का खाना बिना प्याज और लहसुन के बनाया जाता है। इस दिन कट्टू की सब्जी, लौकी चने की दाल और भात यानी चावन खाया जाता है। नहाय खाय के दिन बनाया गया खाना सबसे पहले व्रत रखने वाली महिलाओं को परोसा जाता है। इसके बाद ही परिवार के लोग भोजन ग्रहण करते है वही खरना छठ पूजा का दूसरा दिन होता है खरना इस साल 6 नवंबर को है छठ पूजा का तीसरा दिन संध्या अर्घ्य का होता है इस दिन छठ पर्व की मुख्य पूजा की जाती है इस दिन व्रती घाट पर आते हैं और डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं इस साल छठ पूजा का संध्या अर्घ्य 7 नवंबर को दिया जाएगा चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है। इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और व्रत का पारण का होता है। इस साल 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा यह जानकारी लक्षमेश कुमार सिंह अध्यक्ष पुर्वाचल विकास सेवा समिति अलवर ने दी।