घोड़ी चालक की मौत पर बवाल, 4 घंटे थाने का घेरावमुआवजा, नौकरी व FIR की मांग पर अड़े ग्रामीण – प्रशासन से बनी सहमति, धरना समाप्त।
विराटनगर। कस्बे के निकटवर्ती पालड़ी तिराहे पर 28 नवंबर की शाम पुलिस वाहन की टक्कर में गंभीर रूप से घायल हुए पालड़ी बरवाड़ा के घोड़ी चालक सुल्तान गुर्जर की उपचार के दौरान मौत हो गई। तथा घोड़ी की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी।घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश भड़क गया और गुरुवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने पूर्व विधायक एवं कांग्रेस जिला अध्यक्ष इंद्राज गुर्जर के नेतृत्व में विराटनगर पुलिस थाने का घेराव कर चार घंटे तक जोरदार प्रदर्शन किया।ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस वाहन की टक्कर से घोड़ी की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि गंभीर घायल सुल्तान को जयपुर रेफर किया गया था, जहां 10 दिन बाद उसकी भी मौत हो गई। परिजनों व ग्रामीणों ने 51 लाख रुपए मुआवजा, मृतक परिवार को संविदा नियुक्ति, दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR, मृतक बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च, प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध करवाने, तथा पालनहार व विधवा पेंशन एक माह में शुरू करने जैसी मांगें रखीं।स्थिति बिगड़ती देख बानसूर वृताधिकारी मेघा गोयल, पावटा एसडीएम साधना शर्मा और विराटनगर तहसीलदार लालाराम यादव मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से वार्ता की। लगभग चार घंटे की बातचीत के बाद प्रशासन और ग्रामीणों के बीच सहमति बनी।समझौते के तहत 11 लाख रुपये पुलिस विभाग की ओर से, 5 लाख रुपये खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत, मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी, तथा दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर सहमति बनी। साथ ही कोर्ट से प्राप्त होने वाले सभी क्लेम भी परिवार को दिलाए जाने का आश्वासन दिया गया।सहमति बनने के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया। इस दौरान विराटनगर थाना अधिकारी सोहनलाल,भाबरू थाना अधिकारी रामकिशोर चौधरी, विराटनगर प्रधान प्रतिनिधि कन्हैयालाल,मेहर सिंह धनखड़, महेंद्र रातावाल सहित अनेको लोग मौजूद रहे।
विशेष आलेख
दर्शनीय स्थल
E-Magazine
राजस्थान
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
बिज़नेस
खेल
मनोरंजन
प्रेस विज्ञप्ति