अधिकारी व ठेकेदार पर सड़क निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग करने व लापरवाही करने का आरोप करोड़ों रुपए के बजट की सड़के हो रही क्षतिग्रस्त
बीदासर- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नगर पालिका क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाने के लिए करोड़ो रूपये का बजट दिया था। जिसके कार्य के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग को कस्बे के विभिन्न वार्डो में डामरीकरण, सीसी व इंटरलॉकिंग की 37 सड़के बनाने के लिए करोडों का पैकेज दिया गया है। जिसके निर्माण कार्य में संबंधित विभाग के अधिकारी व ठेकेदार पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। कई सड़के बनने के कुछ महीनों बाद ही क्षतिग्रस्त हो गई।
निर्माण के कुछ समय बाद ही उखड़ी सड़के
वार्ड नं एक में दुगड़ कृषि फार्म हाउस से उपखंड अधिकारी कार्यालय के पीछे 8 लाख रुपए की लागत से बनाई गई सड़क उखड़ गई व कंक्रीट निकल कर बाहर आ गए।
दूसरी ओर साई कॉलोनी स्थित मस्जिद के पास कंक्रीट पर से बगैर मिट्टी हटाए डामर डालकर आनन फानन में सड़क बनाने से स्थानीय लोगों ने विधायक मनोज मेघवाल को लिखित में शिकायत देकर जांच कराने की मांग की।
ठेकेदार ने कहा कि कही पर भी शिकायत कर दो कुछ नही होने वाला
वार्ड नं 30 में इंटरलॉक सड़क बनाई गई थी जिसमें घटिया सामग्री का उपयोग करने का पार्षद हड़मान मोसलपुरिया ने आरोप लगाया है पार्षद ने बताया कि ठेकेदार और अधिकारियों को अवगत कराने पर ठेकेदार ने कहा कि कही पर भी शिकायत कर दो कुछ नही होने वाला जो हमने काम कर दिया वो सही है।
अधूरा छोड़ा निर्माण कार्य
इसी प्रकार नेक नगर स्थित वार्ड नं 35 व 34 के बीच 43 लाख रुपये के पैकेज से लतीफ जनरल स्टोर से नेक नगर मदरसा तक सड़क बननी थी लेकिन कंट्रक्शन कंपनी ने अपना फायदा देखते हुए लगभग 50 मीटर कम इस सड़क को ढ़ढ़ेरू रोड़ मस्जिद के पास तक ही बनाकर कार्य को बंद कर दिया।
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