विराट कोहली ने टेस्ट से अचानक लिया संन्यास: फॉर्म में गिरावट, 10,000 रन से चूके, युवाओं को मौका देने और गंभीर की सख्ती भी वजह बनी

36 साल के विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर फैंस और क्रिकेट जगत को चौंका दिया। वे महज कुछ शतकों की दूरी पर थे 10,000 रन के आंकड़े से, लेकिन उन्होंने रिकॉर्ड की परवाह न करते हुए खुद को हटाना बेहतर समझा।
विराट भारत के चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले टेस्ट बल्लेबाज बने। उन्होंने सचिन, द्रविड़ और लक्ष्मण से पीछे रहकर 8,230 रन बनाए। टॉप-5 टेस्ट स्कोरर्स में कोहली सबसे जल्दी रिटायर होने वाले खिलाड़ी बन गए।
उनके संन्यास की कई बड़ी वजहें रहीं:
1. फॉर्म में गिरावट: 2019 तक शानदार लय में दिखने वाले कोहली ने उसके बाद 5 सालों में 31 की औसत से रन बनाए, जो उनके मानकों से कम था।
2. कोरोना के बाद का दौर बॉलिंग फ्रेंडली पिचों और सीमित टेस्ट मुकाबलों ने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया।
3. कोच गंभीर का सख्त रवैया:नई कोचिंग टीम में अनुशासन और फिटनेस को लेकर सख्ती बढ़ी, जिससे कुछ सीनियर खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ा।
4. युवाओं को मौका देना:कोहली टीम में नए चेहरों को जगह देने के पक्षधर रहे हैं और इस सोच ने भी उनके फैसले को प्रभावित किया।
5. रिकॉर्ड के पीछे न भागना: कोहली हमेशा से टीम को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ी रहे हैं। इसी वजह से उन्होंने व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए रुकना जरूरी नहीं समझा।
उनके अचानक लिए इस फैसले से क्रिकेट जगत में चर्चा तेज हो गई है, लेकिन यह भी साफ है कि कोहली ने हमेशा की तरह अपने उसूलों को प्राथमिकता दी।