पेपरलीक से ज्यादा घिनौना अपराध कोई दूसरा नहीं: पायलट -बोले: हर गलती मांगती है सजा

जयपुर टाइम्स
जयपुर। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि पेपर लीक से ज्यादा घिनौना अपराध कुछ और नहीं है। अगर किसी नेता, अफसर को काली कमाई करनी भी है तो कोई और विभाग पकड़ लो। देश-प्रदेश में पेपर लीक मत करो। आप सब लोग पेपर लीक पर मेरे स्टैंड को जानते हो। मैं कल भी उस पर कायम था। आज भी कायम हूं, आगे भी हमेशा कायम रहूंगा। कोई कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो। पायलट गुरुवार को जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जिसने भी जाने अनजाने में हजारों-लाखों बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। मुझे लगता है किसी ने सही कहा है हर गलती सजा मांगती है। अगर आप गलती करोगे तो आपको सजा मिलनी भी चाहिए। नौजवान के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का हक किसी को नहीं है। चाहे आप कितने भी बड़े नेता या अधिकारी ही क्यों न हो। परीक्षा में तैयारी कर नौकरी हासिल करना इस देश में सबसे ज्यादा कठिन हो गया है। इस प्रक्रिया में सिर्फ बच्चा नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार शामिल होता है। नीट में हुई धांधली का सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।
घड़ियाली आंसू से कुछ नहीं होगा
पायलट ने कहा कि सरकार खुद इस बात को स्वीकार कर रही है कि कुछ जगह गड़बड़ी हुई है। अब वक्त आ गया है कि हम सबको पूछना होगा कि पेपर लीक होते क्यों हैं? इन्हें कौन करवाता है। कागजी कार्रवाई करने, भाषण देने और घड़ियाली आंसू से कुछ नहीं होगा। उन लोगों को पकड़ना पड़ेगा। आखिर पेपर लीक कौन करवा रहा है। उन लोगों को मजबूर करना पड़ेगा, जो सत्ता में रहकर इस तरह के घिनौने अपराध को बर्दाश्त करते हैं। क्योंकि जो लोग इस अपराध को बर्दाश्त कर रहे हैं। वह भी उतने ही गुनहगार है।
पायलट ने कहा कि हवा, पानी और नौजवान अपना रास्ता खुद ढूंढ लेते हैं। आपकी नीयत, काबिलियत और मेहनत में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। पद और पोस्ट तो मिलते रहेंगे। हालांकि पद जब मिल जाए, तब उन लोगों का साथ मत छोड़ना, जो आपके हमसफर रहे थे। क्योंकि पदों पर बैठने के बाद सोच बदल जाती है। समय कम मिलता है। बड़े लोग मिल जाते हैं। तब जो लोग पीछे छूट जाते हैं। उनकी बद्दुआ लगती है। इसलिए सबको साथ लेकर चलना चाहिए। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि मुझे 25 साल हो गए इस बात को सुनते-सुनते की नौजवान इस देश का भविष्य है। लेकिन हकीकत यह नहीं है। नौजवान देश का वर्तमान है। यह हकीकत है। इस बात को हमें समझना और स्वीकार करना पड़ेगा।
वैसे भी राजस्थान वह राज्य है, जहां बहुत सारे नौजवानों को मौका मिला है। पद हासिल करना बड़ी बात नहीं है। पद तो कभी न कभी किसी न किसी के पास रहता ही है। उस पद पर रहते हुए अपनी लाइन को लंबी कर लोगों के दिलों में जगह बनाना बड़ी बात है। पायलट ने कहा कि 4 साल 4 महीने के बाद राजस्थान में कांग्रेस की सरकार फिर से बनने जा रही है। उसमें आप सब लोगों को साथ देना पड़ेगा। राजस्थान की भाजपा सरकार बहुत ज्यादा लंबी नहीं चलेगी। छात्रसंघ के चुनाव राजस्थान में होने चाहिए। पहले नहीं हुए, वह बात अब पुरानी हो गई है। आज न जाने क्यों सरकार छात्रसंघ चुनाव रोकना चाहती है। छात्रसंघ चुनाव लड़ने वाले लोगों को आगे बढ़ने का एक मंच मिलता है। वैसे भी सत्ता में रहकर इंसान बंध जाता है। विपक्ष में रहकर आप अपनी काबिलियत को साबित कर सकते हो।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के कृषि मंत्री का पता नहीं चल रहा है कि वह सत्ता में है या फिर नहीं हैं। मामला लटका हुआ नजर आ रहा है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बीजेपी ने तमाशा बनाकर रख दिया है। पर्ची से मुख्यमंत्री बना दिया, पर्ची से मंत्री बना दिए। इसके बाद मंत्री इस्तीफा देकर घर चल दिए। राजस्थान की जनता ने जिन्हें सत्ता सौंपी थी। जिन्हें सरकार चलाने की जिम्मेदारी दी थी। वह लोग इस्तीफा देकर विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। इन लोगों ने तमाशा बनाकर रख दिया है। कोई कहता है विधानसभा से छुट्टी ले रखी है। कोई कहता है कि मुझे दिल्ली तलब कर लिया गया है। बीजेपी के लोगों को अब यह नौटंकी छोड़ देनी चाहिए। क्योंकि जनता ने इन्हें सेवा करने के लिए चुना था, नौटंकी करने के लिए नहीं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है। जब विधानसभा में आवाज उठने के बाद भी सरकार उस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। क्योंकि इस सरकार को बदनामी का डर नहीं है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि विधायकों के सवालों का मंत्रियों के पास जवाब तक नहीं है।
मैं इस मंच के माध्यम से डोटासरा से आग्रह करना चाहूंगा कि वह भविष्य में होने वाले पंचायत चुनाव में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को मौका दें। ताकि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को और ज्यादा मजबूत किया जा सके।
पदभार ग्रहण समारोह में पहुंची भीड़ की वजह से स्टैच्यू सर्किल के आसपास जाम के हालात बन गए। एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष विनोद ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के वक्त बीजेपी छात्रसंघ चुनाव कराने के पक्ष में थी। आज बीजेपी सरकार ने चुप्पी साधी हुई है। उनसे जुड़ा छात्र संगठन एबीवीपी कोई आंदोलन नहीं कर रहा। अगर जल्द छात्रसंघ चुनाव का ऐलान नहीं हुआ तो एनएसयूआई प्रदेशभर में आंदोलन करेंगी। इसके साथ ही जयपुर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।