जैन मंदिरों में गूंजे भगवान वासूपूज्य एवं भगवान विमलनाथ के जयकारे

जैन मंदिरों में गूंजे भगवान वासूपूज्य एवं भगवान विमलनाथ के जयकारे

जयपुर टाइम्स 
 
चाकसू:- कोटखावदा कस्बे में जैन धर्म के बारहवें तीर्थंकर भगवान वासूपूज्य का गर्भ कल्याणक महोत्सव एवं तेरहवें तीर्थंकर भगवान विमलनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव गुरुवार 27 जून को भक्ति भाव से मनाया गया। इस मौके पर कस्बे सहित आसपास के दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन किए जाकर निर्वाणोत्सव मनाया गया जिसके अंतर्गत जयकारों के बीच निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन 'कोटखावदा' के अनुसार प्रातः मंत्रोच्चार के साथ वासूपूज्य एवं विमलनाथ भगवान के जलाभिषेक एवं पंचामृत अभिषेक किये गए। तत्पश्चात विश्व में सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए मंत्रोच्चार के साथ शांति धारा की गई। भगवान वासूपूज्य की अष्ट द्रव्य से पूजा करते हुए भगवान वासूपूज्य के गर्भ कल्याणक श्लोक का उच्चारण करते हुए गर्भ कल्याणक अर्घ्य चढाया गया। तत्पश्चात भगवान विमलनाथ की पूजा की जाकर पूजा के दौरान  निर्वाण काण्ड भाषा के वाचन पश्चात मोक्ष कल्याणक का श्लोक "भ्रमरसाढरसी अति पावनों ।विमल सिद्ध भये मनभावनों।गिरिसमेद हरी तित पूजिया।हम जजैं इत हर्ष धरें हिया।।" बोलकर जयकारों के साथ मोक्ष कल्याणक अर्घ्य एवं निर्वाण लाडू चढाया गया। महाआरती के बाद समापन हुआ।