एसीबी के एडिशनल एसपी सुरेन्द्र शर्मा की गिरफ्तारी से खुलासे: अवैध डील, शराब की मांग और डराकर वसूली

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) जयपुर के एडिशनल एसपी सुरेन्द्र शर्मा की गिरफ्तारी के बाद भ्रष्टाचार की नई परतें खुलने लगी हैं। एसीबी के पास मौजूद रिकॉर्डिंग से सामने आया है कि शर्मा ने अपनी 90% अवैध डील दलालों के मोबाइल के जरिए की। जनवरी 2025 में हुई डील की रिकॉर्डिंग पहले से एसीबी के पास थी, लेकिन पांच महीने तक कोई कार्रवाई नहीं होने से एजेंसी की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।
8 से 16 जनवरी के बीच की रिकॉर्डिंग में शर्मा, दलाल रामराज मीणा और प्रदीप उर्फ बंटी पारीक के फोन से सवाई माधोपुर के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को धमकाते हुए सुना गया है। एक बातचीत में उसने शराब के शौक में एक ठेकेदार से महंगी शराब की चार बोतलें तक मांग लीं।
शर्मा खुद को कानून से ऊपर मानता था। वह कहता था, "पैसों की कोई सीमा नहीं है, भय बिना प्रीत नहीं होती।" अब इस पूरे मामले की जांच तेज हो गई है और दलालों की भूमिका भी एजेंसियों के रडार पर है।