धार्मिक त्योहार, पर्व व मेले आपसी सौहार्द व भाईचारे के प्रतीक - मंत्री जूली

धार्मिक त्योहार, पर्व व मेले आपसी सौहार्द व भाईचारे के प्रतीक - मंत्री जूली

अलवर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने चूहडसिद्ध में चल रहे लक्खी मेले में आयोजित कुश्ती दंगल कार्यक्रम में खिलाडियों का आपस में हाथ मिलकर दंगल का शुभारम्भ कराया तथा उनका उत्साहवर्धन भी किया ।
मंत्री जूली ने आमजन को लक्खी मेले की बधाई देते हुए कहा कि धार्मिक पर्व व मेले आपसी सौहार्द व भाईचारे के प्रतीक हैं जो हमें एकता के सूत्र में पिराने के साथ-साथ देश की एकता व अखण्डा को बनाए रखने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि चूहडसिद्ध बाबा के इस लक्खी मेले में देशभर से सभी सम्प्रदायों के लोग आते है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खेल व खिलाडियों को बढावा देने के उद्देश्य से सकारात्मक रूप से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि खेल शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक मजबूती के लिए भी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेशभर में ग्रामीण ओलम्पिक खेलों का आयोजन कराया गया जिसमें हर वर्ग के लोगों ने भाग लेकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलम्पिक की तर्ज पर शहरों में भी इन खेलों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा खिलाडियों को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न विभागों में उनकी खेल योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी देने का कार्य किया है। करीब 250 खिलाडियों को डीएसपी लेवल तक के पदों पर नियुक्ति दी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विगत बजट में चूहडसिद्ध में 2 करोड रूपये की लागत राशि से लवकुश वाटिका बनवाने की घोषणा की थी जिसका निर्माण कार्य अब पूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि लवकुश वाटिका धार्मिक व ऐतिहासिक स्वरूप में तैयार की गई जो आमजन को आकर्षित करने में कारगर साबित होगी। उन्होंने कहा कि चूहडसिद्ध में कुश्ती दंगल हेतु स्टेडियम वन विभाग की अनुमति के उपरान्त बनवाया जावेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस बजट में अलवर ग्रामीण क्षेत्र के लिए सौगात दी जिसमें डेहरा में उप तहसील, चांदौली व उमरैण में खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे। इस अवसर पर प्रबुद्ध व्यक्ति, साधु-संत व बडी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।