प्रदूषण की मार: प्रशासन की अनदेखी से बढ़ रहा संकट

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अलवर। दिल्ली रोड और कृषि उपज मंडी के पीछे का क्षेत्र प्रदूषण की चपेट में है, और इसकी वजह प्रशासन की लापरवाही बताई जा रही है। इन इलाकों में सड़क किनारे भवन निर्माण सामग्री और मिट्टी खुले में पड़ी होने से वाहनों की आवाजाही से दिनभर धूल उड़ती रहती है। इससे स्थानीय निवासियों और राहगीरों को सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि नगर निगम और संबंधित विभागों को बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। सड़क किनारे 8-10 फीट तक फैली मिट्टी और निर्माण सामग्री से प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय मजदूर वर्ग, जो मास्क का खर्च भी नहीं उठा सकता, इस स्थिति से सबसे ज्यादा प्रभावित है।
नगर निगम आयुक्त सोहन सिंह नरुका ने बताया कि यह क्षेत्र ग्रेप के हॉटस्पॉट में शामिल है। प्रदूषण रोकने के लिए एंटी-स्मोक गन और छिड़काव मशीनों का उपयोग किया जा रहा है, और प्रदूषणकारी गतिविधियों पर रोक लगाने के प्रयास जारी हैं।
फिर भी, क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि सफाई और प्रदूषण रोकने के प्रयास केवल कागजों तक सीमित हैं। प्रशासन की निष्क्रियता से प्रदूषण की स्थिति जस की तस बनी हुई है। लोगों ने इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।