कांग्रेस को आत्ममंथन की जरूरत, पार्टी में बढ़ रही दरार: शर्मिष्ठा मुखर्जी

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस की मौजूदा स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी को आत्ममंथन की आवश्यकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में विचारधारा की कमी और आपसी दरार के कारण कई पुराने कार्यकर्ता खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं।
शर्मिष्ठा ने पार्टी की परंपराओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके पिता के निधन के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक नहीं बुलाई गई, जो पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को पार्टी के भीतर गहरी समस्याओं का सामना करना चाहिए, बजाय सोशल मीडिया पर ट्रोल करने के।
मनमोहन सिंह भारत रत्न के हकदार
शर्मिष्ठा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए स्मारक और भारत रत्न की मांग की। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह भारत में आर्थिक सुधारों के जनक और विकास गाथा के रचयिता हैं, इसलिए वह इस सम्मान के हकदार हैं।
उन्होंने कांग्रेस में गैर-वंशवादी नेताओं के साथ हुए व्यवहार पर भी सवाल उठाए और पार्टी को अपनी कमजोरियों पर ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आत्मनिरीक्षण से ही पार्टी अपनी पुरानी साख वापस पा सकती है।