कंप्यूटर सेट मिला, अब आत्मनिर्भरता की उड़ान भरेगी आदिवासी युवती रंजीता

जयपुर, 7 अप्रैल। छत्तीसगढ़ की 19 वर्षीय आदिवासी युवती रंजीता वासम को जयपुर में आयोजित आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के दौरान कंप्यूटर सेट और लेमिनेशन मशीन उपहार स्वरूप दी गई। यह सहयोग भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति एवं प्राकृत भारती की ओर से किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा गृह मंत्रालय के सौजन्य से किया गया था। नेहरू युवा केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. भुवनेश जैन ने बताया कि छत्तीसगढ़ से रंजीता समेत उन युवाओं को आमंत्रित किया गया, जिनके परिजन नक्सली हिंसा का शिकार हुए हैं। रंजीता के पिता की 15 वर्ष पूर्व हत्या कर दी गई थी।
रंजीता ने 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की है और अब अपने क्षेत्र में कंप्यूटर सेंटर खोलना चाहती है ताकि खुद की पढ़ाई के साथ छोटे भाई को भी शिक्षित कर सके। जयपुर में पद्मविभूषण डी.आर. मेहता से मुलाकात के दौरान रंजीता ने अपनी इच्छा व्यक्त की, जिस पर समिति ने तुरंत कंप्यूटर सेट और लेमिनेशन मशीन देने का निर्णय लिया।
यह सहयोग रंजीता को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे वह अपने सपनों को साकार करने की ओर अग्रसर हो रही है।