इंद्रप्रस्थ से दिल्ली तक: पांडवों की राजधानी का ऐतिहासिक सफर 

Jan 15, 2025 - 10:46
 0
इंद्रप्रस्थ से दिल्ली तक: पांडवों की राजधानी का ऐतिहासिक सफर 

- पौराणिक नगरी:महाभारत के अनुसार, दिल्ली का प्राचीन नाम इंद्रप्रस्थ था, जिसे पांडवों ने खांडव वन जलाकर बसाया।  
- नागों का निर्वासन:खांडव वन में रहने वाले नागराज तक्षक और उनके परिवार को भगाकर पांडवों ने राजधानी बनाई।  
- अग्नि देव का यज्ञ:खांडव वन को अग्नि देव ने कृष्ण और अर्जुन की मदद से जलाया, जिससे उनका पेट ठीक हुआ।  
- दिव्य नगर का निर्माण:इंद्र के निर्देश पर मायासुर और विश्वकर्मा ने इंद्रप्रस्थ को दिव्य और रमणीय नगर में बदला।  
- दुर्योधन का अपमान:राजसूय यज्ञ के दौरान दुर्योधन इंद्रप्रस्थ के महल में भ्रमित होकर गिरा, जिससे उसका अपमान हुआ और महाभारत युद्ध की नींव पड़ी।  
- पुरातात्विक प्रमाण 2014 और 2017 में ASI को पुराने किले की खुदाई में 2500 साल पुराने बर्तन और PGW संस्कृति के अवशेष मिले।  
- वर्तमान स्वरूप:महाभारत के नामों जैसे मथुरा, कुरुक्षेत्र के अस्तित्व के बावजूद, इंद्रप्रस्थ को दिल्ली का नया नाम मिलने से इतिहास उलझा।  
- पुराणों का संदर्भ: वायु पुराण और महाभारत के अनुसार, गंगा की बाढ़ में इंद्रप्रस्थ डूब गया, और दिल्ली का ऐतिहासिक सफर जारी रहा।

Jaipur Times जयपुर टाइम्स के साथ आप नवीनतम हिंदी समाचार प्राप्त कर सकते हैं। आप अपने विज्ञापन को राजस्थान में प्रकाशित कर सकते हैं।