चूरू में 'पुस्तक संवाद': कलक्टर सुराणा की अनूठी पहल, बच्चों में किताबों के प्रति जागरूकता

चूरू। मोबाइल और सोशल मीडिया के दौर में किताबों से दूर हो रहे बच्चों को वापस पुस्तक संस्कृति से जोड़ने के लिए चूरू जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने अनूठी पहल 'पुस्तक संवाद' शुरू की। इस पहल के तहत दीपावली अवकाश में बच्चों को किताबें पढ़ने और उनकी समीक्षा लिखने का अवसर दिया गया। समीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को कलक्टर निवास पर आमंत्रित कर सम्मानित किया गया।
शनिवार को आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चों ने मुंशी प्रेमचंद, रवींद्रनाथ टैगोर, आर. के. नारायण और लियो टॉलस्टॉय जैसे साहित्यकारों की कृतियों पर चर्चा की। कलक्टर सुराणा ने बच्चों से संवाद किया, उनके सवालों के जवाब दिए और अपने अनुभव साझा किए। इसके साथ ही, भारतीय और विश्व साहित्य पर प्रश्नोत्तरी आयोजित कर विजेताओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को पुस्तकें, प्रमाणपत्र और बैग देकर प्रोत्साहित किया गया। बच्चों ने इस अवसर को यादगार बताते हुए पहल की सराहना की। जिला परिषद सीईओ श्वेता कोचर, शिक्षा विभाग और महिला अधिकारिता विभाग के अधिकारियों ने भी किताबों को बच्चों का सच्चा मित्र बताया।
इस पहल का उद्देश्य न केवल बच्चों में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना है, बल्कि सुदूर इलाकों के विद्यालयों और पुस्तकालयों को भी सशक्त बनाना है। आगे भी 'नो बैग डे' पर समीक्षा प्रतियोगिता आयोजित कर बच्चों को इसी तरह प्रेरित किया जाएगा।