राजस्थान में RGHS योजना पर संकट: पेनल्टी और भुगतान में देरी से नाराज निजी अस्पतालों ने दी योजना से हटने की चेतावनी

राजस्थान में RGHS योजना पर संकट: पेनल्टी और भुगतान में देरी से नाराज निजी अस्पतालों ने दी योजना से हटने की चेतावनी

राजस्थान सरकार की RGHS (राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) योजना को लेकर निजी अस्पतालों में गहरी नाराजगी है। सरकार द्वारा लगातार की जा रही जांच, पेनल्टी और भुगतान में देरी से परेशान होकर कई बड़े निजी व कॉर्पोरेट अस्पताल योजना से बाहर होने की तैयारी में हैं।

जयपुर में हुई बैठक में AHPI, IMA, PHNS, उपचार, JMA सहित कई स्वास्थ्य संगठनों और अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में यह तय किया गया कि एक-दो दिन में सरकार और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से मिलकर अस्पतालों की समस्याएं रखी जाएंगी। यदि सरकार ने शीघ्र समाधान नहीं किया, तो अस्पताल RGHS योजना के तहत इलाज बंद कर देंगे।

डॉक्टर्स का कहना है कि पिछले तीन सालों के पुराने मामलों की जांच की जा रही है और मामूली त्रुटियों पर भी भारी पेनल्टी लगाई जा रही है। कई बार एक ही जांच की रिपोर्ट (जैसे यूरिया, क्रिएटिनिन और इलेक्ट्रोलाइट) में अलग-अलग बिल लगाए जाते हैं क्योंकि ये जांचें मरीज की हालत के अनुसार बार-बार करनी पड़ती हैं। लेकिन विभाग इन्हें ‘गलत बिलिंग’ मानकर कार्रवाई कर रहा है।

अस्पतालों का आरोप है कि अभी तक 100 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान लंबित है, इसके बावजूद उन पर पेनल्टी लगाई जा रही है, जबकि एमओयू में पेनल्टी का कोई प्रावधान ही नहीं है।

सरकारी अधिकारियों का कहना है कि नियमों का उल्लंघन हुआ है तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि केवल AI-आधारित रिपोर्ट को आधार बनाकर कार्रवाई करना उचित नहीं है। जल्द ही सरकार को ज्ञापन सौंपा जाएगा।