विद्युत कर्मचारियों का एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन, सरकार की नीतियों पर जताई आपत्ति

विद्युत कर्मचारियों का एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन, सरकार की नीतियों पर जताई आपत्ति

 पावटा। राजस्थान विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर नीचे  पावटा कस्बे में विद्युत कर्मचारियों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन  किया। इस प्रदर्शन के माध्यम से कर्मचारियों ने सरकार की विद्युत क्षेत्र की नीतियों पर विरोध जताया और अंधाधुंध निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की।धरने का नेतृत्व सहायक अभियंता संजीव जाखड़ ने किया, जिन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल और ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के नाम एसडीएम कपिल कुमार उपाध्याय को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कर्मचारियों ने सरकारी नीतियों के खिलाफ अपनी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि इन नीतियों से राज्य की विद्युत व्यवस्था और सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।सहायक अभियंता सुभाष यादव (HTM) ने कहा कि राज्य सरकार विद्युत उत्पादन, प्रसारण और वितरण के विभिन्न मॉडल और प्रक्रियाओं के नाम पर निजीकरण को बढ़ावा दे रही है, जिससे राज्य के आर्थिक हितों के साथ-साथ आम जनता, किसानों और कर्मचारियों के अधिकारों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।धरने के दौरान सहायक राजस्व अधिकारी आशीष अग्रवाल, कनिष्ठ अभियंता पंकज गढ़वाल, देवीलाल जाखड़, धर्मेंद्र सामरिया, हरिसिंह यादव, मुकेश चौहान, महेन्द्र यादव, कैल्सियम, अभिषेक, रंजन, हिम्मत, जयराम चौधरी, प्रकाश कुमावत, गोविंद शर्मा सहित अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे।