संडे जज़्बात: पाकिस्तान में जासूसी करते रहे पिता, सड़ती रही लाश – बेटे ने बताया पिटाई से तोड़े गए नाखून-दांत, बेहोश होने तक होता था ज़ुल्म

संडे जज़्बात: पाकिस्तान में जासूसी करते रहे पिता, सड़ती रही लाश – बेटे ने बताया पिटाई से तोड़े गए नाखून-दांत, बेहोश होने तक होता था ज़ुल्म
संडे जज़्बात: पाकिस्तान में जासूसी करते रहे पिता, सड़ती रही लाश – बेटे ने बताया पिटाई से तोड़े गए नाखून-दांत, बेहोश होने तक होता था ज़ुल्म

गुरदासपुर के डंडवा गांव के सुरिंदर पाल की आंखों में आज भी वो मंजर जिंदा है, जब उनके पिता सतपाल सिंह की लाश तिरंगे में लिपटी पाकिस्तान से गांव पहुंची थी। सतपाल सिंह देश के लिए 14 साल तक जासूसी करते रहे। पाकिस्तान में उन्हें 'दर्शन सिंह' नाम से जाना जाता था। लेकिन जब दुश्मन देश में उनकी पहचान उजागर हुई, तो उन्हें बेहरमी से टॉर्चर किया गया।

सुरिंदर बताते हैं कि जब उन्होंने पापा की डेड बॉडी देखी, तो उनके दांत टूटे हुए थे, नाखून उखाड़ दिए गए थे और पूरे शरीर पर चोट के गहरे निशान थे। मां इस सदमे से कभी उबर नहीं सकीं और बिस्तर पर जा गिरीं। परिवार पूरी तरह बिखर गया, लेकिन न भारत सरकार ने और न किसी एजेंसी ने कोई मदद की।

कोट लखपत राय जेल में बंद एक साथी कैदी ने बताया कि सतपाल को बुरी तरह पीटा जाता था। जब तक बेहोश नहीं होते, तब तक मार पड़ती थी। होश आने पर फिर वही दौर चलता था। सुरिंदर कहते हैं, "आज जब इंस्टाग्राम या सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की बातें सुनता हूं तो गुस्से से भर जाता हूं। अगर मेरे हाथ में होता तो बॉर्डर पार जाकर पूछता – मेरे पापा के साथ इतना ज़ुल्म क्यों?"

सरहद के लिए जान देने वाले इस जासूस की शहादत आज गुमनामी में है, और उनका परिवार न्याय और सम्मान की उम्मीद में आज भी अकेला खड़ा है।