श्रीराम कथा का समापन:राम राज्याभिषेक प्रसंग से गूंज उठा कथा स्थल मण्डावा
ब्रह्म बगीची स्थित शिव मन्दिर में मंगलवार को नौ दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा का समापन हो गया। कथा के अंतिम दिन भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन और राज्याभिषेक का प्रसंग सुनाया गया, जिससे पूरा कथा स्थल "जय श्रीराम" के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान भक्तिमय वातावरण में श्रद्धालु झूम उठे। आरती के समय भी भक्त भक्ति गीतों पर थिरकते नजर आए। कथा व्यास प्रयागराज के आचार्य वेद दास महाराज ने बताया कि ऐसे धार्मिक आयोजन जनकल्याण और सनातन धर्म के प्रति आस्था को मजबूत करने के लिए होते हैं। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी में भी धर्म और संस्कृति के प्रति गहरी रुचि बढ़ रही है, जो समाज के लिए एक शुभ संकेत है।
राज्याभिषेक प्रसंग का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन पर पुष्प वर्षा की गई। राजतिलक के समय श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की आराधना के साथ जयघोष गूंज उठा। दीपों की रोशनी, शंखनाद और घंटाध्वनि से वातावरण आलोकित हो गया । श्रद्धालु भावविभोर होकर भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक का अनुभव करते हुए झूम उठे। बच्चों से लेकर वृद्धों तक सभी ने भक्ति गीतों पर नृत्य कर इस उत्सव को मनाया। अंत में आरती के साथ श्रीराम कथा का समापन हुआ, जिसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को प्रसाद वितरित किया।
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