फ्रांस के राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री मोदी ने दिया चूरू के विनोद जांगिड़ का बनाया सितार

चूरू। चूरू के चंदनशिल्पी विनोद जांगिड़ की बनाई कलाकृति चंदन का सितार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल को भेंट की । संगीत वाद्ययंत्र सितार की यह अनूठी प्रतिकृति शुद्ध चंदन से बनी थी। लकड़ी पर नक्काशी की कला उत्कृष्ट और प्राचीन शिल्प है जिसका काम दक्षिणी भारत में सदियों से किया जाता रहा है। सितार को चूरू के चंदनशिल्पी जांगिड परिवार के शिल्पगुरु विनोद जांगिड ने बेहद खास तरीके से बनाया है। उन्होंने बताया कि इसको बनाने में करीब एक महीने का समय लगा। उल्लेखनीय है कि चूरू के इस चंदन शिल्पी परिवार के 9 सदस्यों को नेशनल अवार्ड मिला हुआ है और इसका लिम्का और इंडिया बुक रिकॉर्ड भी बना हुआ है। इस रेप्लिका के साथ चित्रित किया गया मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है। जांगिड़ ने बताया कि पीएम मोदी द्वारा फ्रांस के राष्ट्रपति को गिफ्ट किए गए सितार पर ज्ञान, संगीत, कला, ज्ञान और शिक्षा की देवी सरस्वती की वीणा पकड़े हुए छवियां हैं, साथ ही बाधाओं को दूर करने वाले भगवान गणेश की छवि भी है। इस पर भारत का राष्ट्र पक्षी मोर भी उकेरा गया है। सितार पर की गई नक्काशी भारतीय संस्कृति के असंख्य रूपांकनों को दर्शाता है। पीएम मोदी जब भी विदेश दौरे पर गए या फिर कोई भी विदेशी मेहमान मोदी से मिलने पहुंचा तो उसे उन्होंने हर बार कुछ खास गिफ्ट दिया है। इसकी एक लंबी फेहरिस्त है। इसमें अक्सर चूरू के इस परिवार द्वारा तैयार कलाकृतियां शामिल रहती हैं। उल्लेखनीय है कि सबसे पहले चूरू में विनोद जांगिड़ के दादा मालचंद जांगिड़ द्वारा चंदन की कलाकृतियां बनाने का काम शुरू किया था, जिसे उनकी जोरदार कलाकारी के चलते भरपूर ख्याति मिली। मालचंद जांगिड़ को उनकी बेहतरीन कलाकृतियों के लिए 1971 में तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि ने नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया था।