पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर टूरिज्म ठप: होटल-टैक्सी मालिक कर्ज में, हाउसबोट खाली, घोड़े-खच्चर जंगल में छोड़े

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर टूरिज्म ठप: होटल-टैक्सी मालिक कर्ज में, हाउसबोट खाली, घोड़े-खच्चर जंगल में छोड़े
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर टूरिज्म ठप: होटल-टैक्सी मालिक कर्ज में, हाउसबोट खाली, घोड़े-खच्चर जंगल में छोड़े

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को एक महीना बीत चुका है, लेकिन कश्मीर घाटी में टूरिज्म अब तक उबर नहीं सका। श्रीनगर से लेकर पहलगाम तक टूरिस्ट स्पॉट सुनसान पड़े हैं। होटल, टैक्सी, हाउसबोट और घोड़ा-खच्चर कारोबारियों की हालत खराब है।

श्रीनगर के मोहम्मद याकूब दुन्नू, जिनका परिवार पीढ़ियों से हाउसबोट चलाता है, कहते हैं – "2024 का रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद थी, लेकिन हमला सबकुछ तबाह कर गया। घाटी में सन्नाटा पसरा है, टूरिस्ट आते ही नहीं।"

पहलगाम की बायसरन घाटी और आसपास के सभी टूरिस्ट पॉइंट्स सुरक्षा कारणों से बंद हैं। डल झील में हाउसबोट खाली हैं, और बुलवार्ड रोड जैसी व्यस्त जगहें भी वीरान दिखती हैं।

घोड़े-खच्चर पालने वाले उन्हें जंगलों में छोड़ने को मजबूर हैं क्योंकि उन्हें खिलाने तक के पैसे नहीं हैं। टैक्सी और होटल मालिक बैंक की किश्तें नहीं भर पा रहे।

2024 में 2.35 करोड़ टूरिस्ट जम्मू-कश्मीर आए थे, लेकिन इस साल मई-जून जैसे पीक सीजन में भी घाटी में सन्नाटा है।

CM उमर अब्दुल्ला ने टूरिज्म सेक्टर को मजबूत बनाने की बात कही थी, लेकिन हालात ठीक उलट हैं। पहलगाम हमला घाटी के पर्यटन कारोबार पर बड़ा झटका बनकर सामने आया है।