‘7 रातों से सो नहीं पाए, अब इंडिया जाकर ही चैन मिलेगा’: बरसते मिसाइलों के बीच इजराइल छोड़ रहे भारतीय, ऑपरेशन सिंधु से अब तक 634 सुरक्षित निकाले गए

‘7 रातों से सो नहीं पाए, अब इंडिया जाकर ही चैन मिलेगा’: बरसते मिसाइलों के बीच इजराइल छोड़ रहे भारतीय, ऑपरेशन सिंधु से अब तक 634 सुरक्षित निकाले गए

ईरान-इजराइल युद्ध के बीच इजराइल में रह रहे भारतीयों का दर्द सामने आ रहा है। यूनिवर्सिटी छात्र सुमित सोनकर कहते हैं, “पिछले 7 दिन से नींद नहीं आई, हर पल सायरन बजते हैं, दिल दहल जाता है। अब बस इंडिया पहुंचकर ही चैन की नींद आएगी।”

सुमित तेल अवीव यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं और पहले वापसी का कोई इरादा नहीं था, लेकिन 22 जून को यूनिवर्सिटी के पास ईरानी मिसाइल गिरने के बाद उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया।

उनकी तरह बीते 48 घंटों में 634 भारतीयों ने इजराइल छोड़ा है। भारत सरकार ने इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु’ चलाया है। 22 जून की सुबह पहला दल रवाना किया गया, लेकिन इसके कुछ ही घंटे पहले अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया, जिससे पूरे इजराइल में हाई अलर्ट घोषित हो गया।

हालात तनावपूर्ण होने के बावजूद, 162 भारतीयों को बसों के जरिए शेख हुसैन बॉर्डर से जॉर्डन की राजधानी अमान सुरक्षित पहुंचाया गया। इस दौरान रास्ते में ईरान की ओर से बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं और सायरन गूंजते रहे।

भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में है और अगली उड़ानों की तैयारी की जा रही है। लेकिन बड़ी संख्या में भारतीय अब भी वहां फंसे हुए हैं और हर पल की खबरों से भारत में उनके परिवार चिंतित हैं।