गहलोत से लेकर मंत्री तक कर रहे पुरानी गाड़ियों में सफर: 31 लाख की फॉर्च्यूनर अब हुई पुरानी, नई 40 गाड़ियों को हरी झंडी का इंतजार

राजस्थान में सत्ता परिवर्तन के बाद भी मंत्रियों की सवारी में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक समर्थक उनसे पूछता है, "नए-नए नेता डिफेंडर लेकर घूम रहे हैं, आप पूर्व सीएम होकर भी पुरानी कार में सफर करते हैं?" इस बातचीत ने राजनीतिक हलकों में नई चर्चा छेड़ दी है।
गहलोत ही नहीं, मौजूदा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा समेत उनके कई मंत्री भी 4 साल पहले खरीदी गई पुरानी फॉर्च्यूनर गाड़ियों में ही यात्रा कर रहे हैं। पिछली सरकार के समय करीब 31-31 लाख रुपए में खरीदी गई इन गाड़ियों को अब चार साल हो चुके हैं। नई सरकार ने अब तक मंत्रियों के लिए कोई नई गाड़ियां स्वीकृत नहीं की हैं।
सूत्रों के अनुसार, सरकार के पास 40 नई टोयोटा फॉर्च्यूनर गाड़ियों की खरीद का प्रस्ताव लंबित है, लेकिन अभी तक वित्त विभाग से स्वीकृति नहीं मिली है। ऐसे में कई मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी पुरानी सरकारी गाड़ियों में ही काम चला रहे हैं।
नई सरकार के 'सादा जीवन' वाले इस रुख को लेकर राजनीतिक चर्चाएं तेज हैं। कुछ इसे खर्च में कटौती की कोशिश मान रहे हैं तो कुछ इसे निर्णय लेने में देरी कह रहे हैं। वहीं अफसरशाही भी नई गाड़ियों की प्रतीक्षा में है।