बड़ागांव सीएचसी में चिकित्सकों का संकट, ग्रामीणों में आक्रोश

गुढ़ा/झुंझुनूं। बड़ागांव के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में चिकित्सकों के पांच स्वीकृत पदों में से चार रिक्त होने से ग्रामीणों को इलाज के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है। मरीजों को मजबूरन झुंझुनूं या गुढ़ा गौड़जी जाना पड़ रहा है।
डॉक्टरों की भारी कमी, सुविधाओं का अभाव
स्टेट हाईवे पर स्थित यह अस्पताल आसपास के कई गांवों के लिए प्रमुख चिकित्सा केंद्र है, फिर भी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। सीएचसी में रोजाना 225 से अधिक मरीजों की ओपीडी होती है, लेकिन केवल एकमात्र चिकित्सक कार्यरत हैं। एक्स-रे मशीन और आपातकालीन सेवाओं का अभाव बना हुआ है, जिससे गंभीर मरीजों को रेफर करना पड़ता है।
ग्रामीणों का विरोध, आश्वासन पर धरना स्थगित
पंचायत समिति सदस्य दीपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि कांग्रेस शासन में पांच डॉक्टर कार्यरत थे, लेकिन वर्तमान में चिकित्सकों की भारी कमी है। सीएमएचओ छोटेलाल गुर्जर ने आश्वासन दिया कि सात दिनों में दो डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी, जिसके बाद ग्रामीणों ने अपना धरना फिलहाल स्थगित कर दिया।
आंदोलन की चेतावनी
पूर्व सरपंच राजेंद्र सैनी, करणी सेना के कुलदीप सिंह, योगेंद्र सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। सीएचसी की इस बदहाल स्थिति से बड़ागांव सहित आसपास के दर्जनों गांवों के लोग प्रभावित हो रहे हैं।