शाहपुरा में मुख्यमंत्री ने 18 दिसंबर को जिन त्रिमूर्ति पर माल्यार्पण किया आज उसे गंगाजल से धोया 

शाहपुरा में मुख्यमंत्री ने 18 दिसंबर को जिन त्रिमूर्ति पर माल्यार्पण किया आज उसे गंगाजल से धोया 

 शाहपुरा। राज्य सरकार द्वारा नव गठित शाहपुरा जिले को विगत 28 दिसंबर को भंग कर दिया गया। जिसके बाद शाहपुरा में आंदोलन एवं विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। इसी को लेकर शाहपुरा अभिभाषक संस्था द्वारा संघर्ष समिति का गठन किया गया है।जिसके द्वारा विभिन्न विरोध प्रदर्शन किया जा रहे हैं। सोमवार दोपहर को संघर्ष समिति तथा के साथ विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने शाहपुरा के त्रिमूर्ति स्मारक पर जाकर अमर शहीद बारहठ बंधुओ की प्रतिमाओं को गंगाजल से धोया।संघर्ष समिति के वरिष्ठ अधिवक्ता तथा शाहपुरा अभिभाषक संस्था के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि विगत 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री त्रिमूर्ति स्मारक पर आए थे जहां पर उन्होंने शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया था। उसे आज गंगाजल से धोया गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को संघर्ष समिति द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा जिसके तहत विगत 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा दरबार हाई स्कूल के जिस हेलीपैड पर उतरे थे वहां से त्रिमूर्ति चौराहा और त्रिमूर्ति चौराहे से होकर के महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण करने गए थे इस करीब डेढ़ किलोमीटर लंबे मार्ग को भी गंगाजल से धोया जाएगा। वही बालाजी की छतरी से कल काले रिबन सभी को वितरित किए जाएंगे और शाहपुरा में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान अभिभाषक संस्था के सहसचिव कमलेश कुमार मुंडेतिया,कोषाध्यक्ष तेज प्रताप पाठक, पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा, पूर्व भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता राम प्रसाद चौधरी, जिला प्रॉपर्टी संघ के अध्यक्ष राजेंद्र बोहरा हार्डवेयर संगठन के हाज़ी उस्मान छिपा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य संदीप जीनगर मिंकु पोंडरिक,राकेश लोहार सहित कई जने मौजूद रहे।