श्री बैकुंठ धाम मंदिर में पाटोत्सव शुरू, कलश यात्रा व शिव महापुराण कथा प्रारम्भ

अलवर। शहर के स्कीम नंबर दो स्थित मंदिर श्री बैकुंठ धाम में भगवान लक्ष्मी नारायणजी का 53वां पाटोत्सव सोमवार को भगवान श्री बैकुंठेश्वर महादेव की पूजा अर्चना के साथ प्रारंभ हुआ। जिसमें भगवान श्री बैकुंठेश्वर महादेव का सहस्त्रधारा से रुद्राभिषेक किया। मुख्य यजमान बालकिशन कपूर ने अपनी पत्नी के साथ भगवान की पूजा अर्चना की। दिनेश भार्गव, प्रमोद विजयवर्गीय एवं अनेक धार्मिक भक्त जनों ने भगवान को जलाभिषेक किया। विद्वान ब्राह्मणों द्वारा पूजा-अर्चना कराई गई। पांच ब्राह्मणों द्वारा रुद्री पंचाध्याई का पाठ किया गया। महंत सुमेर गिरी महाराज ने बताया कि गंगाजल, गन्ने का रस, अनार का रस भगवान को अर्पित किया गया। उसके उपरांत भगवान का सुंदर शृंगार करके आरती की गई और प्रसाद वितरण हुआ।
महिला मंडलों द्वारा भगवान लक्ष्मी नारायण व भगवान सदाशिव के भजनों की प्रस्तुति की गई जिनमें शीला रानी, मीरा जोशी, आशा देवी चुग, रेणु चुग, लक्ष्मी शर्मा, निधि सैनी, शकुंतला खत्री, उषा जुनेजा आदि महिलाओं ने भजन प्रस्तुत किए। इस 10 दिवसीय कार्यक्रम का आगाज भगवान गणपति और शिव पंचायत की पूजा से प्रारंभ हुआ। यह निरंतर 10 दिनों तक चलेगा जिसमें मंगलवार सुबह 10 बजे शिव महापुराण की शोभायात्रा कलश यात्रा के साथ प्रारंभ होगी जिसमें सभी महिलाएं कलश लेकर शोभायात्रा के साथ भजन आदि प्रस्तुत करते हुए भाग लेंगी। सभी कार्यक्रम महंत सुमेर गिरी महाराज के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है जिसकी तैयारियां 10 दिनों से चल रही हैं जिसमें मंदिर को आकर्षक साज सज्जा से सजाया गया है जिसमें राम लखन का विशेष सहयोग रहा है।
श्री वृंदावन धाम से पधारे मोर मुकुट द्वारा कथा के दौरान सुंदर-सुंदर झांकियां प्रस्तुत की जाएगी। 26 फरवरी को सुबह 10 बजे भगवान लक्ष्मी नारायण का पंचामृत से अभिषेक कराया जाएगा और भगवान के चरणों के दर्शन कराए जाएंगे। इन दुर्लभ चरणाविंदुओं का दर्शन साल में 1 दिन ही कराया जाता है। एक मार्च को सुबह 10 बजे यज्ञ व दोपहर 12 बजे प्रसाद का वितरण किया जाएगा।