मुझे मिली ईमानदारी की सजा: महिला गार्ड

सुजानगढ़ (नि.सं.)। राजकीय फतेहपुरिया अस्पताल के कथित बधाई के तौर पर पैसे लेने की पुष्टि सम्बंधी वायरल विडियो के मामले में अस्पताल की गार्ड केसरदेवी मेघवाल को हटा दिया गया है। इसके बाद महिला गार्ड केसर देवी मेघवाल ने प्रतिक्रिया दी है। केसर देवी ने बताया कि दो महीनों से बिजली चोरी की जांच चल रही है, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं आया कि बिजली चोरी किसने की। दो महीनों से निजी मेडिकल स्टोर के बैनर के मामले में जांच चल रही है, लेकिन अब तक उसका नतीजा नहीं निकला है। जब मेरे खिलाफ स्टाफ ने ज्ञापन दिये, तो मैंने रिश्वतखोरी का विडियो बनाया, जो वायरल हो गया। जिसके बारे में अधिकारियों ने मात्र दो घंटे में जांच कर मुझे हटा दिया। ऐसा न्याय कहां से लाते हैं ये अधिकारी। केसर देवी ने कहा कि शिकायत करने वाले लोगों दबावने की बजाय रिश्वत लेने वालों से पूछताछ करते, तो जनता को राहत मिलती, लेकिन मुझे ईमानदारी की सजा देकर हटाया गया है। केसर देवी ने कहा कि अगर जांच करने वाले ईमानदार होते, तो बिजली चोरी वाले वाले विडियो की जांच भी दो घंटे में पूरी करके कार्रवाई कर देते, लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हुआ।