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अलवर। मिल्क केक, जिसे कलाकंद के नाम से जाना जाता है, अलवर की पहचान है। पहले बाबा ठाकुरदास की दुकान से प्रसिद्ध हुए इस मिठाई को अब सरस डेयरी अलवर ने नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। सरस डेयरी का शुद्ध और स्वादिष्ट कलाकंद अब अलवरवासियों की पहली पसंद बन गया है।  

सरस डेयरी अलवर के एमडी सुरेश कुमार सेन ने बताया कि इस कलाकंद को शुद्ध दूध से तैयार किया जाता है, जो पूरी तरह लैब जांच के बाद उपयोग में लिया जाता है। इसके निर्माण के लिए विशेष प्लांट और उच्चतम मानकों का पालन किया जाता है। इसकी पैकिंग भी वहीं की जाती है, जिससे उत्पाद की गुणवत्ता और ताजगी बनी रहती है।  

दीपावली पर सरस डेयरी के इस कलाकंद को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। दो सौ ग्राम, आधा किलोग्राम और एक किलोग्राम के पैक में उपलब्ध इस मिठाई की कीमत भी वाजिब रखी गई है। एमडी सेन ने बताया कि कलाकंद की शेल्फ लाइफ फिलहाल दस दिन है, लेकिन इसे बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। साथ ही, पूरे राजस्थान में इसकी होम डिलीवरी की योजना पर भी जोर दिया जा रहा है।  

सरस डेयरी के इस प्रयास ने न केवल मिठाई की शुद्धता और गुणवत्ता में भरोसा बढ़ाया है, बल्कि अलवर की प्रसिद्ध मिठाई को नई पहचान भी दिलाई है।