अंबेडकर छात्रावास शुरू करने के लिए एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, आंदोलन करने की दी चेतावनी

सरदारशहर। तहसील मुख्यालय पर लंबे समय से बंद पड़े डॉ अंबेडकर छात्रावास को शुरू करवाने के लिए शुक्रवार को गणपत बीरट व धर्मपाल चन्देल के नेतृत्व में अनुसूचित जाति जनजाति समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर, समाज कल्याण अधिकारी व एसडीएम विजेंद्र सिंह को ज्ञापन देकर छात्रावास को शुरू करवाने की मांग की है। राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रवण चिरानिया ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा पंचायत समिति के रोजगार योजना एवं विश्व खाद्य कार्यक्रम के तहत अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रों के रहकर अध्ययन करने के लिए छात्रावास का निर्माण करवाया गया। तत्कालीन सिंचाई मंत्री भंवरलाल शर्मा व जिलाधीश एसएस परनामी की अध्यक्षता में 30 अगस्त 1991 को छात्रावास का उद्घाटन किया गया। यह छात्रावास तब से बंद पड़ा है। गणपत बीरट व धर्मपाल चन्देल ने बताया उद्घाटन के बाद सरकार ने छात्रों के रहने की कोई व्यवस्था नहीं की। कुछ छात्र अपने निजी खर्चे पर रहने लगे तो गांधी विद्या मंदिर संस्थान ने छात्रों को पुलिस व प्रशासन का डर दिखाकर जबरदस्ती निकाल दिया। यह छात्रावास गांधी विद्या मंदिर के कब्जे में है और खंडहर बन गया है। भारत सरकार के द्वारा संविधान द्वारा प्रदत्त शिक्षा के अधिकार से हजारों छात्रों को आज तक इस संस्थान ने वंचित किया हैं। ज्ञापन देने आए समाज के लोगों ने कहा कि अगर जल्दी ही छात्रावास शुरू नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान मेघराज मेघवाल, सरपंच रामलाल मेहरा, सरपंच दुलाराम मेघवाल, एड अनिल श्रवण चिरानिया, मांगीलाल मेहरा, संजय मंडार, महेंद्र मेघवाल, अशोक चौहान, राजू बारूपाल, अमीलाल बरोड़ आदि मौजूद रहे।