एसडीएम कार्यालय पर शिक्षकों का हल्लाबोल प्रदर्शन, शिक्षकों ने कहा हमें पढ़ाने दो नहीं करेंगे अन्य कार्य

सरदारशहर। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत की मुहिम हमें पढ़ाने दो के अन्तर्गत बुधवार को सैकडों की संख्या में स्कूल यूनिफार्म मे शिक्षार्थी, अभिभावकों व शिक्षकों ने रैली निकालकर उपखण्ड कार्यालय पर हल्ला बोल कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में संख्याबल इतना था की नारे लगाते हुए शिक्षक व शिक्षार्थी रैली के रूप में रवाना हुए तो रैली का एक हिस्सा जब पर्यावरण चौक पहुंचा तब तक आधा पण्डाल भरा पड़ा था। रैली मे जो अनुशासन देखा गया वह अकल्पनीय था। यातायात पूर्णतया बाधित रहा। उससे पहले बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष विजय पोटलिया व मंत्री वेदपाल मलिक ने कहा कि हम प्रशासन का सहयोग करना चाह रहे थे। लेकिन प्रशासन के अड़ियल रवैये की वजह से हमें पुन: आन्दोलन की राह चुननी पड़ी है। अब जिले का कोई भी शिक्षक बीएलओ कार्य नहीं करेगा। प्रदेश सभाध्यक्ष याकूब खान व संयुक्त मंत्री शुभकरण नैण ने कहा की शिक्षा अधिकार अधिनियम की धारा 27 की उपधारा (iii) मे स्पष्ट प्रावधान किया गया है कि राष्ट्रीय आपदा, 10 वर्षीय जनगणना और लोक सभा, विधान सभा व स्थानीय निकायों के निर्वाचन कार्य के अलावा शिक्षकों से किसी भी तरह के गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करवाया जा सकता है। लेकिन ये प्रशासनिक लोग प्रदेश के हजारों शिक्षकों के वर्ष पर्यन्त चलने वाले निर्वाचन नामावली के कार्य में लगाकर उसे शिक्षकों को कक्षा कक्ष से अलग करने मे लगें है। प्रान्तीय प्रतिनिधि रतिराम सारण, ओमप्रकाश मुहाल, रतनलाल पाण्डिया, ओमप्रकाश पूनियाम ने स्पष्ट किया अब चाहे कुछ भी हो जाए हम गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करेंगे। हम सार्वजनिक शिक्षा को बचाने हेतु हर संघर्ष करेंगे। अध्यक्ष सुरेन्द्र झोरड व मंत्री खेताराम साण्डेला के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौपा। इससे पहले कार्यालय पर जमकर नारेबाजी की गई। बैठक को जिला उपाध्यक्ष रणवीर सारण, गौरीशंकर सिहाग, अमरचन्द साण्डेला, संघर्ष समिति संयोजक भंवरलाल सारण, दिलीप चौधरी, सुरेश खीचड़, गारीशंकर बाना, रामनिवास सारण, भागीरथ मेव, भींवराज पाटोदिया, हेमराज भाम्भू, रामलाल मण्ड आदि ने संबोधित किया। हल्ला बोल प्रदर्शन में अनिल लांबा, लिखमाराम नायक, अंजना भोजक, माया चौधरी, विजय सिंह जाखड़, मनमोहन दान चारण, महेन्द्र शर्मा, भंवरलाल पूनियां, रामचन्द्र एचरा, बाबू लाल, बजरंग लाल बिस्सु, सुनील शर्मा, वेद प्रकाश अग्रवाल, मोहन मेहरिया, रणवीर सिंह मुनडिया, रामसिंह सिहाग, सुरेश सुंडा, शेरसिंह पूनियां, रतन सिंह पूनियां, अमित भैंसली, सत्यवीर सिंह पूनियां, महेश सिलायच, कृष्णदत्त कस्वां, गोपीचंद, कमल राम मीणा, सुनील कुमार पारीक, खादिम अली, पवन जांगिड़, अब्दुल सलीम अंसारी, रामेश्वर दयाल मीणा, हिम्मताराम, मालूसिंह पिलाणिया, सांवरमल, रामलाल जाखड़, हनुमाना राम सारण, फुसाराम राम पोटलिया, प्रताप सिंह सारण, गोपाल सारण, बिरूराम भांभू, रामेश्वर दैडू, हडमान शर्मा, पुरखाराम चालिया, चेतन राम, पूर्णाराम छिरंग, श्यामलाल सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व अभिभावक उपस्थित थे।