भाजपा हाईकमान ने बृजभूषण शरण सिंह को फटकारा: विनेश-बजरंग पर टिप्पणी से बचने की सख्त हिदायत, हरियाणा चुनाव प्रभावित होने की आशंका

भाजपा हाईकमान ने बृजभूषण शरण सिंह को फटकारा: विनेश-बजरंग पर टिप्पणी से बचने की सख्त हिदायत, हरियाणा चुनाव प्रभावित होने की आशंका



भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के पहलवानों विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर किए गए विवादित बयानों पर भाजपा हाईकमान सख्त हो गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बृजभूषण को फोन कर सख्त निर्देश दिए हैं कि वे मीडिया में विनेश और बजरंग के खिलाफ किसी भी प्रकार की टिप्पणी से बचें, क्योंकि इससे हरियाणा विधानसभा चुनाव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

बृजभूषण ने हाल ही में एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने दिल्ली के जंतर-मंतर पर हुए महिला पहलवानों के विरोध प्रदर्शन को राजनीति से प्रेरित बताया था। साथ ही, उन्होंने हरियाणा में जुलाना सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विनेश फोगाट के खिलाफ प्रचार करने की घोषणा भी की थी। बृजभूषण के इस बयान के बाद बजरंग पूनिया ने उन्हें खुली चुनौती दी थी, "हिम्मत है तो हरियाणा आकर दिखाएं, यहां की जनता उनका अपने हिसाब से स्वागत करेगी।"

हाईकमान का सख्त रुख

विनेश और बजरंग के खिलाफ बृजभूषण के बयानों के कारण हरियाणा के प्रदेश और केंद्रीय नेताओं में भी उनका विरोध बढ़ता जा रहा था। इन बयानों को लेकर भाजपा के भीतर असंतोष का माहौल था, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने बृजभूषण को कड़ी फटकार लगाई है। जेपी नड्डा ने स्पष्ट रूप से बृजभूषण को मीडिया से दूर रहने और बयानबाजी से बचने के निर्देश दिए हैं। उन्हें बताया गया कि ऐसी बयानबाजी से हरियाणा विधानसभा चुनाव पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जो पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

पहले भी बयानबाजी पर रोक

यह पहली बार नहीं है जब बृजभूषण को बयानबाजी से रोका गया है। इससे पहले भी उन्होंने विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक के खिलाफ टिप्पणियां की थीं, जिस पर भी भाजपा हाईकमान ने उन्हें सावधान किया था। अब, हरियाणा चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने उन्हें एक बार फिर से सख्त हिदायत दी है।

विवादित बयान

हाल ही में बृजभूषण ने कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भी निशाना साधा था और उनके परिवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने महिलाओं के सम्मान को दांव पर लगाया है। बृजभूषण ने कहा, "महाभारत के दौरान पांडवों ने द्रौपदी को दांव पर लगाया था और देश ने आज तक उन्हें माफ नहीं किया है। इसी तरह, हुड्डा परिवार ने भी हमारी बहन-बेटियों के सम्मान को दांव पर लगाकर जुआ खेला है, जिसके लिए उन्हें माफ नहीं किया जाएगा।"

भाजपा हाईकमान के इस कदम से स्पष्ट संकेत है कि पार्टी हरियाणा चुनाव में किसी भी प्रकार के विवाद से बचने की कोशिश कर रही है, जिससे चुनाव पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।