फार्मासिस्ट भर्ती शीघ्र पूरी करने सहित कुल 10 सूत्रीय मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर कर रहे कार्य

सवाई माधोपुर राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ (एकीकृत) के तत्वाधान में पूरे प्रदेश के अंदर सभी फार्मेसिस्ट एंट्री लेवल ग्रेड पे 4200 करने, नर्सिंग संवर्ग के समान वेतन भत्ते दिए जाने, पदनाम परिवर्तन कर फार्मेसी ऑफिसर करने, 2880 पदों पर फार्मासिस्ट भर्ती शीघ्र पूरी करने सहित कुल 10 सूत्रीय मांगों को लेकर 2 दिन तक काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे हैं।
देशभर में मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी (दवा) योजना में राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम ऊंचा करने वाले फार्मासिस्ट को उनकी मेहनत और कार्य के अनुरूप वेतन भत्ते और प्रोत्साहन नहीं मिलने से फार्मासिस्ट का मनोबल कमजोर होता जा रहा है।
सरकारी फार्मासिस्ट की पिछले 11 वर्ष से ना तो वेतन विसंगति दूर की गई और ना ही अन्य चिकित्सा संवर्गों की भांति वेतन भत्तों की मांग सरकार पूरी कर रही है।
फार्मासिस्ट की प्रमुख मांगों की सरकार द्वारा उपेक्षा से फार्मासिस्ट संवर्ग में गहरा रोष है जिसका मुख्यमंत्री निशुलक निरोगी राजस्थान योजना के क्रियान्वन पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
जिला अध्यक्ष खेमचंद् मथुरिया ने बताया कि फिलहाल इस दौरान चिकित्सा व्यवस्था सुचारु रुप से बनाए रखते हुए शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन किया जा रहा है।
प्रदेश संगठन के आह्वान पर आज से 2 दिन तक सभी फार्मासिस्ट काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे, यदि सरकार अब भी वर्तमान बजट में सरकारी फार्मासिस्ट के लिए एंट्री लेवल ग्रेड पे 4200 और वेतन भत्तों की घोषणा करने या लिखित आश्वाशन नही देती है तो फार्मासिस्ट संवर्ग द्वारा तीव्र आंदोलन किया जाएगा जिससे निशुल्क दवा योजना पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव की समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी।