उपकारागृह बहरोड़ का निरीक्षण: बंदियों से वार्ता कर जानी समस्याएं, व्यवस्थाएं पाई दुरुस्त

अलवर:
विजिटर्स बोर्ड और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अलवर के सचिव मोहनलाल सोनी ने रविवार को **उपकारागृह बहरोड़** का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों और राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशों के तहत किया गया।
बंदियों से संवाद:
निरीक्षण के दौरान बंदियों से व्यक्तिगत और सामूहिक वार्ता कर उनके साथ होने वाले किसी भी प्रकार के भेदभाव के संबंध में जानकारी ली गई। बंदियों ने बताया कि जातिगत, भौगोलिक या अन्य किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता। भोजन, साफ-सफाई और अन्य कार्यों में सभी बंदियों को समान अवसर और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं।
व्यवस्थाएं:
सभी बैरकों, रसोई और शौचालयों की साफ-सफाई रोटेशन पद्धति से की जाती है। किसी भी कार्य में जातिगत भेदभाव या छुआछूत जैसी कोई समस्या सामने नहीं आई। बंदियों ने उपकारागृह की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया।
उपस्थित अधिकारी:
निरीक्षण में जिला एवं सेशन न्यायाधीश के प्रतिनिधि आंचल अग्रवाल, तहसीलदार अभिषेक यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शालिनी राज, सीएमएचओ डॉ. रविकांत यादव, जिला उद्योग अधिकारी महिपाल यादव सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
निरीक्षण का उद्देश्य:
इस निरीक्षण का उद्देश्य उपकारागृह की व्यवस्थाओं की जांच और बंदियों की समस्याओं को समझना था। सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई गईं, और किसी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं की गई।